Find the Latest Status about बिगड़ता पर्यावरण from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, बिगड़ता पर्यावरण.
Ram Yadav
इस भूख ने कुछ न छोड़ा.... खेतों में पेस्टीसाइड का जहर भर दिया जमीन में क्रोमियम वाला पानी उड़ेल दिया लैंडफिल में जहरीला कचरा जमा दिया पाताल में दबी गैसों से हवा को जहर बना दिया।।।।।।। ज़मीन बेच दी, पानी बेच दिया, हवा बिक रही।।।।। केमिकल दूध, सब्जी, फल, अनाज और क्या क्या....... फिर कहते हो नब्बे प्रतिशत, आबादी कैंसर का ग्रास होगी।।।। बेच दो व्यवसायियों चिरंजीवी भारत को..!!!!!!! 😏साईं इतना दीजिए जामे कुटुम्ब समाए, मैं भी भूखा न रहूं साधु न भूखा जाए🥹 लाभ के गणित वालों तुम्हारी भूख ने कुछ न छोड़ा न तुम्हारी औलादों को बख्शा न मेरी पीढ़ियों को छोड़ा ©Ram Yadav #पर्यावरण #भारत #संस्कृति #आध्यात्म नये अच्छे विचार आज का विचार अनमोल विचार बेस्ट सुविचार
usFAUJI
पर्यावरण के बेहतर कार्य। गंदगी फैलाना बहुत आसान दिमाग और हिम्मत तों अच्छे कार्यों में लगती है #पर्यावरण #प्लास्टिकहटाओ #environment #India
read moreJitendra Giri Hindu
"धर्म का आधार सेवा है, राजनीति का आधार न्याय है, और समाज का आधार नैतिकता। यदि गाय के मामले में हम तीनों को भूल जाएँ, तो हमारा पतन निश्चित है।" ©Jitendra Giri Goswami प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कोट्स हिंदी #nojohindi #Life #Constitution #hinduism गाय: धर्म, संविधान और समाज का आईना (संक्षिप्त
प्रेरणादायक मोटिवेशनल कोट्स मोटिवेशनल कोट्स हिंदी #nojohindi Life #Constitution #hinduism गाय: धर्म, संविधान और समाज का आईना (संक्षिप्त
read moreअदनासा-
IG @kavi_neetesh
White *पर्यावरण* क्यू घुल गयी है अब जहर इस हवा में क्यू मर रहे है हमारे अहसास इस जहाँ में अब तो इन पेड़ों से हवा भी चल बसी है प्रदूषण से है जो जंग हमारी आपसी है न काटो अब इन्हें .. अगर ये रुठ जाएंगे न जाने ये प्रकृति क्या प्रकोप दिखलायेंगे कभी सोचा है अपने वंशजो का आपने इन्हें खूबसूरत वादियों की जगह क्या आप बस एक बंजर जमीन दे कर जाएंगे ©Instagram id @kavi_neetesh #GoodMorning #Nature *पर्यावरण* क्यू घुल गयी है अब जहर इस हवा में क्यू मर रहे है हमारे अहसास इस जहाँ में अब तो इन पेड़ों से हवा भी चल बसी
#GoodMorning #Nature *पर्यावरण* क्यू घुल गयी है अब जहर इस हवा में क्यू मर रहे है हमारे अहसास इस जहाँ में अब तो इन पेड़ों से हवा भी चल बसी
read more