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Praveen Jain "पल्लव"
White पल्लव की डायरी सबसे युवाओं वाला युवा हालातो के हवाले हो गया व्यवस्थाओ ने पलीता लगा दिया सिर्फ सत्ता हथियाने के हथकंडे है धंधा राजनीत से करते है मूल्य सब गिराकर सेवा के अराजक नेता लगते है देश का भविष्य लूट लिया गुंडे मवाली सियासत करते है योग्यता अनुभव हुनर पनपने नही देते है बैर विरोध बढ़ाकर चस्पा जाति धर्म करते है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #Sad_shayri बैर विरोध बढ़ाकर,चस्पा जाति धर्म करते है #nojotohindi
#Sad_shayri बैर विरोध बढ़ाकर,चस्पा जाति धर्म करते है #nojotohindi #कविता
read moreJansurajharnaut
जाति-धर्म से ऊपर उठकर वोट देंगे तभी आपकी हालत सुधरेगी JanSuraaj #Shorts #digitalyoddha #prashantkishor #Reels #trendingreels #bihar टिक टॉक #वीडियो
read moreVs Nagerkoti
White कुछ लोगो को ये गलतफहमी रहती हैं की उनके बिना आप हमेशा अधूरे हो,,। जबकि होता ये है की वो आपके बिना कुछ भी नही । और एक दिन ये चीज़ें समझ भी आ जाती हैं । पर बहुत देर हो चुकी होती हैं । ©Vs Nagerkoti #good_night गलतफहमियां ,,, जो वैसी ही रह जाति है,,,,
#good_night गलतफहमियां ,,, जो वैसी ही रह जाति है,,,, #मोटिवेशनल
read moreDevesh Dixit
मंत्री जी मंत्री जी ओ मंत्री जी मुंह उठा कर कहां चले धोती कुर्ता पहन के टोपी धूल उड़ा कर कहां चले अत्याचारों से लिपटी धरती सब तुम्हारी करनी है आतंकवाद की बढ़ती दरिंदगी सब तुम्हारी निशानी है पाप कर्म और मक्कारी का दिया जलाया तुमने है खून बहा के निर्दोषों का धन कमाया तुमने है मुद्दा बनाके जाति - पांति का आपस में लड़वाया तुमने है उसी से भड़कती है हिंसा उसी से रोटी सेंकी है और कौन से कुकर्म हैं बाकी जो तुमने आगे करने हैं धरती माता पर और लहू की बारिश करनी तुमने है मंत्री जी ओ मंत्री जी मुंह उठा कर कहां चले धोती कुर्ता पहन के टोपी धूल झोंक कर कहां चले ……………………………. देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #मंत्री_जी #nojotohindi #nojotohindipoetry मंत्री जी मंत्री जी ओ मंत्री जी मुंह उठा कर कहां चले धोती कुर्ता पहन के टोपी धूल उड़ा कर कहां च
#मंत्री_जी #nojotohindi #nojotohindipoetry मंत्री जी मंत्री जी ओ मंत्री जी मुंह उठा कर कहां चले धोती कुर्ता पहन के टोपी धूल उड़ा कर कहां च #Poetry #sandiprohila
read moreChandraprakash Hardeniya
#poetryunplugged सभी सामान्य जाति के भाइयों को एक बड़े आंदोलन की आवश्यकता आन पड़ी है तैयार रहें भारत माता की जय जय #मोटिवेशनल
read morepuja udeshi
भूमिका movie देखी इस मे नारी के चरित्र, भावनाओं क़ो बखूबी दिखाया है जो मर्द जाति की सताई और अपने सपनो क़ो खोजती है पर सच्चे प्यार के लिए तरस जाती है पुरुष वर्ग नारी क़ो सिर्फ बिस्तर तक आनंद की चीज समझता है उसका use करता है सिर्फ money की खातिर, बचपन से असूलो की सूली चढ़ी नारी बचपन खो जवानी मे भटक जाती है, प्यार क्या होता है ये नहीं जान पाती, कई बार धोखा फरेब से तंग आकर अकेले रहने का विचार करती है 👌🏻very nice movie, जरूर देखे... ©PФФJД ЦDΞSHI भूमिका movie देखी इस मे नारी के चरित्र, भावनाओं क़ो बखूबी दिखाया है जो मर्द जाति की सताई और अपने सपनो क़ो खोजती है पर सच्चे प्यार के लिए तरस ज
भूमिका movie देखी इस मे नारी के चरित्र, भावनाओं क़ो बखूबी दिखाया है जो मर्द जाति की सताई और अपने सपनो क़ो खोजती है पर सच्चे प्यार के लिए तरस ज #Love #pujaudeshi
read moreN S Yadav GoldMine
White {Bolo Ji Radhey Radhey} मेरे भारत में दो महापाप हैं, नारी जाति का सोसन, जाति-जाति का भेदभाव, जबकि हम सब एक नारायण की संतान हैं, शास्त्र को पढ़ कर देखो, ये 4 वर्ण भगवान नारायण से सब उतपत्ति हुई है, आकाश से नही टपके हैं।। ©N S Yadav GoldMine #love_shayari {Bolo Ji Radhey Radhey} मेरे भारत में दो महापाप हैं, नारी जाति का सोसन, जाति-जाति का भेदभाव, जबकि हम सब एक नारायण की संतान
#love_shayari {Bolo Ji Radhey Radhey} मेरे भारत में दो महापाप हैं, नारी जाति का सोसन, जाति-जाति का भेदभाव, जबकि हम सब एक नारायण की संतान #मोटिवेशनल
read moreबेजुबान शायर shivkumar
" गुरु दीक्षा " ब्राह्मण ,क्षत्रिय,वैश्य और शूद्र चारों वर्णों को " गुरु दीक्षा " ग्रहण करनें का अधिकार है । गुरु दीक्षा के बिना सभी कर्म निष्फल होते हैं । दीक्षा ग्रहण करनें से करोड़ों जन्म के पाप दूर होते हैं। जो मनुष्य बिना " गूरु -दीक्षा "के मृत्यु को प्राप्त होते हैं । उन्हें " रोरव " नर्क की यातना झेलनी पड़ती है । बैशाख मास में मंत्र लेना उन रत्नों की प्राप्ति का द्योतक माना जाता है । रविवार, बुध, बृहस्पति तथा शुक्रवार मंत्र ग्रहण करनें की अति उत्तम तिथि मानी गयी हैं । इसके अतिरिक्त गुरु जी जिस तिथि को मंत्र दीक्षा दें वही तिथि सर्वोत्तम मानी गयी हैं ।🌹 आप सभी को " गुरु पूर्णिमा " की हार्दिक बधाई,अनंत शुभकामनाएं 🙏✍️ ©बेजुबान शायर shivkumar " गुरु दीक्षा " #ब्राह्मण ,#क्षत्रिय ,#वैश्य और #शूद्र चारों वर्णों को " गुरु दीक्षा " ग्रहण करनें का #अधिकार है । गुरु दीक्षा के बिना
MAHENDRA SINGH PRAKHAR
White रूपमाला - मदन छन्द 2122 2122 2122 21 देखने की लालसा से, जा रहा हूँ धाम । जानता रहते वहीं हैं , आज अपने राम ।। दिव्य दर्शन भी मिलेंगे , जो करूंगा ध्यान । हैं वही आराध्य मेरे, मानता भगवान ।। रूप उसने लाख बदले, पर वही पहचान । कृष्ण राधा राम सीता , हम नहीं अंजान ।। रूप कल्की का धरो फिर, और लो अवतार । आप ही हो इस जगत के , आज पालनहार ।। अब नही देरी करो प्रभु , बढ़ गये शैतान । आज करके ध्यान तेरा , माँगते वरदान ।। रोक लो नर जाति को अब , कर रहा संहार । हैं तुम्हारे भक्त सारे , आज इस संसार ।। देव दानव और कण-कण , में तुम्हारा वास । फिर भटकते आज क्यों है , आपके ही दास ।। राह उनको भी दिखाओ , भूलते जो राह । नित्य सेवा साधना में , जो रखे हैं चाह ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR रूपमाला - मदन छन्द 2122 2122 2122 21 देखने की लालसा से, जा रहा हूँ धाम । जानता रहते वहीं हैं , आज अपने राम ।। दिव्य दर्शन भी मिलें
रूपमाला - मदन छन्द 2122 2122 2122 21 देखने की लालसा से, जा रहा हूँ धाम । जानता रहते वहीं हैं , आज अपने राम ।। दिव्य दर्शन भी मिलें #कविता
read moreभारद्वाज
White पुराने जमाने में जब हॉस्पिटल नहीं होते थे.. तो बच्चे की नाभि कौन काटता था, मतलब पिता से भी पहले कौनसी जाति बच्चे को स्पर्श करती थी? आपका मुंडन करते वक्त कौन स्पर्श करता था? शादी के मंडप में नाईं और धोबन भी होती थी। लड़की का पिता, लड़के के पिता से इन दोनों के लिए साड़ी की मांग करता था। वाल्मीकियों के बनाये हुए सूप से ही छठ व्रत होता हैं! आपके घर में कुँए से पानी कौन लाता था? भोज के लिए पत्तल कौन सी जाति बनाती थी? किसने आपके कपड़े धोये? डोली अपने कंधे पर कौन मीलो-मीलो दूर से लाता था और उनके जिन्दा रहते किसी की मजाल न थी कि आपकी बिटिया को छू भी दे। किसके हाथो से बनाये मिटटी की सुराही से जेठ महीने में आपकी आत्मा तृप्त हो जाती थी? कौन आपकी झोपड़ियां बनाता था? कौन फसल लाता था? कौन आपकी चिता जलाने में सहायक सिद्ध होता हैं? जाट समाज से होली थाम एव मकान निर्माण से ईंट रखवाना। जीवन से लेकर मरण तक सब सबको कभी न कभी स्पर्श करते थे। . . . *और कहते है कि छुआछूत था।* *यह छुआछूत की बीमारी अंग्रेजों ने देश को तोड़ने के लिए एक साजिश के तहत डाली थी।* *जातियां थी, पर उनके मध्य एक प्रेम की धारा भी बहती थी, जिसका कभी कोई उल्लेख नहीं करता।* *अगर जातिवाद होता तो राम कभी सबरी के झूठे बेर ना खाते,* *बाल्मीकि के द्वारा रचित रामायण कोई नहीं पढता,* *कृष्ण कभी सुदामा के पैर ना धोते!* जाति में मत टूटिये, धर्म से जुड़िये.. देश जोड़िये.. सभी को अवगत कराएं! *सभी जातियाँ सम्माननीय हैं...* * एक भारत, श्रेष्ठ भारत।*. ©भारद्वाज #love_shayari #पुराने जमाने में जब हॉस्पिटल नहीं होते थे.. तो बच्चे की नाभि कौन काटता था, मतलब पिता से भी पहले कौनसी जाति बच्चे को स्पर्श कर
#love_shayari #पुराने जमाने में जब हॉस्पिटल नहीं होते थे.. तो बच्चे की नाभि कौन काटता था, मतलब पिता से भी पहले कौनसी जाति बच्चे को स्पर्श कर #Life
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