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Nagesh Ballal
आयुष्याच्या या रंगमंचावर असंच कणखरपणे ठाम उभा राहायचे आहे... जे घडेल ते वरच्याने लिहिलेल्या पटकथेप्रमाणे सांभाळायचे आहे... खरा मुखवटा सावरून.. धारण केलेला मुखवटा आवरायचा आहे... ©Nagesh Ballal #कलाकार माणूस #realty #truthoflife #that #Zindagi
#कलाकार माणूस #realty #truthoflife #that #Zindagi
read morekavi Dinesh kumar Bharti
टीका बन गया रोग ©kavi Dinesh kumar #टीका बन गया रोग कविता
#टीका बन गया रोग कविता
read moregaTTubaba
White बस तू मेरा इतना बन जा की मुझे जरूरत ना रहे खुद की भी ....! ©gaTTubaba #good_night बस तू मेरा इतना बन जा की मुझे जरूरत ना रहे खुद की भी ....!
#good_night बस तू मेरा इतना बन जा की मुझे जरूरत ना रहे खुद की भी ....!
read moregaTTubaba
White बस तू मेरा इतना बन जा की मुझे जरूरत ना रहे खुद की भी ....! ©gaTTubaba #good_night बस तू मेरा इतना बन जा की मुझे जरूरत ना रहे खुद की भी ....!
#good_night बस तू मेरा इतना बन जा की मुझे जरूरत ना रहे खुद की भी ....!
read moreSK Naim Ali
White तू जिस गली से गुजरा में उस गली का मुसाफिर बन गया, तू चला गया बस तेरा याद रह गया, तेरी निशानिया बस रह गई है इन यादों में ,मेरी जिंदगी का बस तू ही हकदार बन गया। ©SK Naim Ali #love_shayari बस तू ही हकदार बन गया। #sknaimali शायरी हिंदी में शायरी लव शायरी दर्द
#love_shayari बस तू ही हकदार बन गया। #sknaimali शायरी हिंदी में शायरी लव शायरी दर्द
read moreVijay Shankar
White लड़की : तू जहाँ-जहाँ चलेगा मेरा साया साथ होगा, लड़का: मुझे तो पहले ही लगता था कि तू भूतनी है.. ©Vijay Shankar लड़की तू जहाँ
लड़की तू जहाँ
read moreMAHENDRA SINGH PRAKHAR
White विधा :- वसनविशाला छन्द १११ १११ १२२ २२२ पशु सम बन नही आत्याचारी । नर जस रह सदा आज्ञाकारी ।। चल शरण गुरु तू हो जा ज्ञानी । फिर बन जगत में तू सम्मानी ।। महेन्द्र सिंह प्रखर ©MAHENDRA SINGH PRAKHAR विधा :- वसनविशाला छन्द १११ १११ १२२ २२२ पशु सम बन नही आत्याचारी । नर जस रह सदा आज्ञाकारी ।। चल शरण गुरु तू हो जा ज्ञानी । फिर बन ज
विधा :- वसनविशाला छन्द १११ १११ १२२ २२२ पशु सम बन नही आत्याचारी । नर जस रह सदा आज्ञाकारी ।। चल शरण गुरु तू हो जा ज्ञानी । फिर बन ज
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