New ढैया को परिभाषित करो Quotes, Status, Photo, Video

Find the Latest Status about ढैया को परिभाषित करो from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, ढैया को परिभाषित करो.

Stories related to ढैया को परिभाषित करो

unique writer

काम वो करो जिससे खुद को खुशी मिले

read more

unique writer

काम वो करो जिससे खुद को खुशी मिले

read more

theABHAYSINGH_BIPIN

#Sad_Status अपने सपनों पर विश्वास करो, इस जग में अपना नाम करो। लक्ष्य से अपने भटकना नहीं, हर पल मंज़िल का ध्यान करो। मुश्किलें खुद से दूर र

read more
White अपने सपनों पर विश्वास करो,
इस जग में अपना नाम करो।
लक्ष्य से अपने भटकना नहीं,
हर पल मंज़िल का ध्यान करो।

मुश्किलें खुद से दूर रखो,
ओझल हो राह तो निहार करो।
घबराना मत, ये छोटी सी हैं,
संकल्प को हरदम याद करो।

खुद के मन को टटोलो तुम,
दिल से रोज़ नई बात करो।
छोड़ो दुनिया की फ़िज़ूल बातें,
सपनों को साकार करो।

©theABHAYSINGH_BIPIN #Sad_Status अपने सपनों पर विश्वास करो,
इस जग में अपना नाम करो।
लक्ष्य से अपने भटकना नहीं,
हर पल मंज़िल का ध्यान करो।

मुश्किलें खुद से दूर र

Rameshkumar Mehra Mehra

# खुद से बात करो,खुद को पहचानों,दुनिया से पहले,खुद की अहमियत जानो....

read more
खुद से बात करो................
खुद को पहचानों....!
दुनियां से पहले...!!
खुद की अहमियत जानों....

©Rameshkumar Mehra Mehra # खुद से बात करो,खुद को पहचानों,दुनिया से पहले,खुद की अहमियत जानो....

Nurul Shabd

#खुद #को #कमजोर समझना बंद करो #Motivation

read more

M R Mehata(रानिसीगं )

आराम करो

read more
White जय माता दी 
🌺🌺🌺

बस अब थोड़ा आराम करो हद से ज्यादा ना काम करो...

अपनो कि फिक्र है तुम को पर थोड़ा तो खुद पर भी ध्यान धरो...
🩸 good night 🩸

©M R Mehata(रानिसीगं ) आराम करो

Bachan Manikpuri

जलना बंद करो

read more

Abhishesh pandey

फिल्मी दुनिया लव करो

read more

Satish Kumar Meena

#हे पांचाली नमन करो

read more

Satish Kumar Meena

#हे पांचाली नमन करो

read more
दुशासन ने चीरहरण किया, 
प्रभु बचाने आए लाज तेरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

मन कर्म वचन ये सब,
भरी सभा में मूक हुए।
युधिष्ठिर भीम अर्जुन,,
सबके निशाने चूक गए।
ऐसा लगा मानवता के,
पैर लड़खड़ाने वाले हैं।
वो तो श्री कृष्ण है जो,,
जग को बचाने वाले हैं।

रण हुंकार भरेगी अब फिर,
उठेगी लपटे बदले की तेरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

पतन को जतन से उभारे,
वो चौसर के सरताज है।
जहां किसी पर गिरे गाज,,
वहां सांप ऊपर बाज है।
कहां गए ये पंच तत्व सब,
जिन्हे भ्रम ने घेरा है।
द्रोपदी के चीर हरण को,,
इन सब ने ही उकेरा है।

इसके खून से वेणी धुलेगी,
प्रण करे भार्या के प्रहरी।
हे पांचाली! नमन करो इन्हे,
ये पांडवों के हृदय के भेरी।।

©Satish Kumar Meena #हे पांचाली नमन करो
loader
Home
Explore
Events
Notification
Profile