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New नाटकीय व्यक्तित्व विकार Quotes, Status, Photo, Video

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अदनासा-

विडियो सौजन्य एवं हार्दिक आभार💐🌹🙏😊🇮🇳🇮🇳 https://youtube.com/shorts/Am-uriPKPN0?si=jKZnWVvRS9p5wF56 #हिंदी #मशहूर #हास्य #अभिनेता व्यक्तित्

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harikesh

#Sad_Status व्यक्ति का व्यक्तित्व ही उसके असली चेहरे की सुंदरता को दर्शाता है ✍️Harikesh..

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White व्यक्ति का व्यक्तित्व ही उसके  असली चेहरे की सुंदरता को दर्शाता है 
✍️Harikesh..

©harikesh #Sad_Status व्यक्ति का व्यक्तित्व ही उसके  असली चेहरे की सुंदरता को दर्शाता है 
✍️Harikesh..

Reetu Yadav

मेरी कमियों को दूर करने में में जो मेरे साझेदार नही, मेरे स्वच्छ व्यक्तित्व और निर्मल व्यवहार के वे हकदार नहीं।

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Pooja Singh

अपना व्यक्तित्व शून्य रखें....!! 😊 motivational quotes in hindi motivational thoughts in hindi motivational thoughts in hindi

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Vinod Mishra

"विनम्रता स्वभाव में,भाव में व्यक्तित्व का आभूषण है वरना अस्तित्व का मुखौटा मात्र है." #विनोद #मिश्र #मोटिवेशन 🖊️

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Vinod Mishra

"दूसरों में खोट ढूंढने की आदत से कोई व्यक्तित्व खड़ा नहीं होता बल्कि व्यक्तित्व गिरता है." #विनोद #मिश्र #मोटिवेशन ✍️

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Karan Yaduvanshi

मेरे व्यक्तित्व और मेरे व्यवहार को कभी मत मिलाएगा.. क्यों कि मेरा व्यक्तित्व मैं हूँ, और मेरा व्यवहार आप पर निर्भर करता है

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मेरे व्यक्तित्व और मेरे व्यवहार को 
कभी मत मिलाएगा..
क्यों कि मेरा व्यक्तित्व मैं हूँ,
और मेरा व्यवहार आप पर निर्भर करता है..!!

©Karan Yaduvanshi मेरे व्यक्तित्व और मेरे व्यवहार को 
कभी मत मिलाएगा..
क्यों कि मेरा व्यक्तित्व मैं हूँ,
और मेरा व्यवहार आप पर निर्भर करता है

person

इस कलयुग में मनुष्य ही असुर हैं और आसुरी भी मन के भाव और भावनाएं दूषित हो तो नकारात्मक सोच और विकार ग्रसित कर देती हैं मन के विकार मनके

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इस कलयुग में 
मनुष्य ही 
असुर हैं और आसुरी भी
मन के भाव और भावनाएं दूषित हो 
तो नकारात्मक सोच 
और विकार ग्रसित कर देती हैं 
मन के विकार मनके छह प्रकार के विकार उत्पन्न होते है। इनको छह रीपु भी कहते है। यथा काम, क्रोध, मद, लोभ, मोह, मात्सर्य 
स्वार्थ , ईर्ष्या , क्रोध , अहंकार , घमंड, अभिमान , गुस्सा ,
लालची स्वभाव ,
नास्तिक व्यवहार ,
असत्य ,झूठ ,
अपशब्द , दुष्टता,
यह सब नरक  के द्वार खोलते हैं 
और इन्हीं सबसे मनुष्य की पतन होती हैं

©person इस कलयुग में 
मनुष्य ही 
असुर हैं और आसुरी भी
मन के भाव और भावनाएं दूषित हो 
तो नकारात्मक सोच 
और विकार ग्रसित कर देती हैं 
मन के विकार मनके

person

पांच तरह के विकार होते हैं काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार क्रोध, लोभ, मोह, मिथ्या भाषण यह सब अवगुण हैं अवगुण और अहंकार, घमंड, लालची स्वभाव ,

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गीता में, श्रीकृष्ण अर्जुन को अपनी ब्रह्मविद्या द्वारा जीवन के मार्ग के बारे में बोध करते हैं। काम (लोभ), क्रोध और लोभ को तीनों नरक द्वार कहा गया है। इन तीनों गुणों के द्वारा मनुष्य को अनिष्ट का अनुभव होता है और यह उसे सांसारिक बन्धनों में फंसा देते हैं। 

पांच तरह के विकार होते हैं काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार।

क्रोध, लोभ, मोह, मिथ्या भाषण यह सब अवगुण हैं

©person पांच तरह के विकार होते हैं काम, क्रोध, लोभ, मोह, अहंकार
क्रोध, लोभ, मोह, मिथ्या भाषण यह सब अवगुण हैं 
अवगुण और अहंकार, घमंड, लालची स्वभाव ,

Ravendra

विदाई समारोह को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि अनुशासित और सकारात्मक सोच रखने वाली अधिकारी के तौर पर रम्या आर को याद रखा

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