Find the Latest Status about हाडके दवा from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, हाडके दवा.
Anjali Singhal
"करते रहते हैं उन्हें हरदम याद, क्या ये वफ़ा नहीं है; आता है हरपल ख़्याल, कहीं वे ख़फ़ा तो नहीं हैं! रम जाए साँसों में, एहसास-ए-ख़ुशबू; और
read moreneelu
White कल और आज में क्या है.. कल चोट लगती थी.. आज दवा लगाते थे. आज दवा लगाते हैं त1की ..... कल चोट ना लग जाए.. कल दिया जलाते थे ..... आज अंधेरा ना हो जाए... आज दिया जला के रखते हैं त1की कल अँधेरा ना हो जाए.. ©neelu #Dhanteras #कल और #आज में क्या है.. कल #चोट लगती थी.. आज दवा लगाते थे. आज दवा लगाते हैं त1की ..... कल चोट ना लग जाए.. कल #दिया जलाते थे ...
#Dhanteras #कल और #आज में क्या है.. कल #चोट लगती थी.. आज दवा लगाते थे. आज दवा लगाते हैं त1की ..... कल चोट ना लग जाए.. कल #दिया जलाते थे ...
read moreRaja Meena
Bhupendra Rawat
White तू मेरी ज़िंदगी की एक रज़ा बनी है तू मेरे दर्द की दवा बनी है तेरे बिन गुज़ारे है लम्हें, मैंने ज़िंदगी के आज तू मेरे जीने की एक वजह बनी है ©Bhupendra Rawat #love_qoutes तू मेरी ज़िंदगी की एक रज़ा बनी है तू मेरे दर्द की दवा बनी है तेरे बिन गुज़ारे है लम्हें, मैंने ज़िंदगी के आज तू मेरे जीन
#love_qoutes तू मेरी ज़िंदगी की एक रज़ा बनी है तू मेरे दर्द की दवा बनी है तेरे बिन गुज़ारे है लम्हें, मैंने ज़िंदगी के आज तू मेरे जीन
read moreAnjali Singhal
Ishq 😍🥀🥰 "इश्क़ ही रोग और इश्क़ ही दवा है। दिल को लगी दोनों की हवा है।।" #AnjaliSinghal #Shayari love #loveshayari #ishqshayri #ishq nojo
read more||स्वयं लेखन||
White मेरे दर्द को खत्म कर पाए वो दवा नहीं मिलती, कदम - कदम पर दुःख के कांटे बिछे हैं, मेरे घावों को राहत नहीं मिलती। ©||स्वयं लेखन|| मेरे दर्द को खत्म कर पाए वो दवा नहीं मिलती, कदम - कदम पर दुःख के कांटे बिछे हैं, मेरे घावों को राहत नहीं मिलती। #Sad_Status #Life #SAD
मेरे दर्द को खत्म कर पाए वो दवा नहीं मिलती, कदम - कदम पर दुःख के कांटे बिछे हैं, मेरे घावों को राहत नहीं मिलती। #Sad_Status Life #SAD
read moreIrfan Saeed
White जहर था पहले कभी दिखावे को दवा बन गया एक था अपना कभी जो फिर से सज़ा बन गया मेरे गांव की हवा ने ही धोखा दिया था मुझे अंदाजा था बहार का तूफ़ान ए बला बन गया इरफांन" तेरे ज़मीर को हिलाने की थी शाजिशें आंधियों का शोर उठा और जलजला बन गया ©Irfan Saeed जहर था पहले कभी दिखावे को दवा बन गया एक था अपना कभी जो फिर से सज़ा बन गया मेरे गांव की हवा ने ही धोखा दिया था मुझे अंदाजा था बहार
जहर था पहले कभी दिखावे को दवा बन गया एक था अपना कभी जो फिर से सज़ा बन गया मेरे गांव की हवा ने ही धोखा दिया था मुझे अंदाजा था बहार
read more