Find the Latest Status about home they brought her warrior dead poem from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about, home they brought her warrior dead poem.
Tara Chandra
मात्र ईंट पत्थर आदि पदार्थ ही घर की बुनियाद नहीं होते, ... ... माता–पिता, दादा–दादी आदि के अनगिनत सपने, मेहनत तथा प्यार भी बुनियाद का हिस्सा होते हैं।। ©Tara Chandra #Home #घर
Niwas
White मनुष्य दूसरे के हृदय को विश्रांति कब दे सकता है? जब वह स्वयं स्थिर मति हो, प्रसन्न हो या शांत हो। जब वह स्वयं अशांत हो, उसका हृदय दग्ध हो, अचानक आई पीड़ा से क्षुब्ध हो, ईश्वर के न्याय से विश्वास डोल रहा हो और मन आखिरी खिन्न हो, तब वह कैसे किसी को सांत्वना दे,कैसे किसी को धीरज दे, कैसे कहे कि हर किसी की एक दिन यही गति होनी है, जो भी आया है उसे जाना है, मृत्यु की कोई नियत तिथि नहीं है, ना यह कालानुक्रम देखता है ना यह बड़े छोटे का भेद करता है। और मृत्यु हमेशा अचानक ही आती है,यह बताती नहीं की फलाने दिन, फलाना आदमी देवलोक गामी होगा। फिर भी मनुष्य निरंतर भविष्य का अलग अलग योजना बनाता है और जब जब प्रियजन की मृत्यु होती है , शमशान घाट में उसे क्षणिक ही सही वैराग्य उत्पन्न होता है ,यह तमाम दुनियावी प्रपंच उसे छलावा लगता है, जो की पानी के बुलबुले के समान हमेशा फूटने को तत्पर रहता है। ©Niwas #sad_qoute #Death #dead #deadsoul
#sad_qoute #Death #dead #deadsoul
read more_बेखबर
यूं तो दूरियां दरमियान मीलों में हैं मगर ना कोई फासले दिलों में हैं जो सुकूं दिल को उसकी याद में है कहां वो सुकूं कहीं महफ़िलों में हैं मेरी हर धड़कन उसके नाम की है क्या फर्क पड़ता है दूरी मीलों में हैं ©_बेखबर #distancelove #Love #poem #Poet #Hindi love poetry for her
#distancelove Love #poem #Poet #Hindi love poetry for her
read moreDr Amit Gupta
दरवाज़ों से न दीवारों से , घर बनता है घर वालों से। बड़ा कोई घर बनाएगा,पैसे भी खूब लगाएगा। फिर घर मे खुद न रहने आएगा घर भर जाएगा मकड़ी के जालों से, दरवाज़ों से न दीवारों से , घर बनता है घर वालों से। घर में अब कोई न होता है,न दादी है न पोता है घर अपने नैन भिगोता है,भीतर भीतर ही रोता है। घर खिलता है दिलवालों से, दरवाज़ों से न दीवारों से , घर बनता है घर वालों से। घर में एक बड़ी छत है, बस उससे घर की हिफाज़त है घर में ही सब रियायत है, ये घर ही एक सियासत है। ये घर भी बचा है तालों से , दरवाज़ों से न दीवारों से , घर बनता है घर वालों से। ©Dr Amit Gupta #home
Schizology
Going home A surefire Way to go It's been too much And I can't unload Going down A lonely road I've lost all hope And I'm going home ©Schizology Going home #Home #poem✍🧡🧡💛 poetry in english
Going home #Home poem✍🧡🧡💛 poetry in english
read moreVikas Selwal
Satyug or dwaapar yug mein bhi Aurat ke samaan mein Mahabharat or Ramayan ke desh mein Kalyug mein mombatti kisne pakda di..... Ab mombatti se konsa insaaf le loge..... ©Vikas Selwal #warrior