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Indian Kanoon In Hindi
मकान खाली कराने का सीधा रास्ता 2024 | SC 2024 Landmark Judgment | #Videos
read moreSethi Ji
White रूठ गया मेरा चाँद जैसे अमावस की रात हो बात सिर्फ़ वोही अच्छी जिसमे चाहत की बात हो मिलती हो तुम रोज़ मेरी मंज़िल की तरह लिखते हैं तुम्हारे हुस्न पर शयारी किसी साहिल की तरह खिलखिलाती हुई मुस्कान है तुम्हारी भड़काती हुई जवानी हुई जवानी है तुम्हारी हम भीग गए बिन बारिश तुम्हारे यौवन में तुम्हारी काली ज़ुल्फ़े जैसे सावन की बरसात हो आज बस जी रहे हैं तुम्हारी यादों के सहारे ना जाने कब आएँगी हमारे मिलन की बहारे देख रहे हैं आसमान की सितारे मेरी तन्हाई को मानो तुम्हारी विदाई में सज़ी तारों की बारात हो 💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞💞 🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟🌟 ©Sethi Ji रूठा यार मनाना आसान नहीं होता सिर्फ़ इश्क़ करने से कोई महान नहीं होता ।। जिस गली से आती हैं हसीनों की हँसाने की आवाज़ उन राहों पर आज कल हमार
रूठा यार मनाना आसान नहीं होता सिर्फ़ इश्क़ करने से कोई महान नहीं होता ।। जिस गली से आती हैं हसीनों की हँसाने की आवाज़ उन राहों पर आज कल हमार #Zindagi #Trending #ishq #nojotohindi #nojotoshayari #good_night #लव #Sethiji #28Sept
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मकान खाली कराने का सीधा रास्ता 2024 | SC 2024 Landmark Judgment | #Videos
read morearvind bhanwra ambala. India
White आओ, नीले गगन के तले हम अपने मकान में सो जाएं तारों की आंख मिचोली को, बंद आंखों को खोल के निहार करेंगे ©arvind bhanwra ambala. India मकान
मकान #Poetry
read moreSethi Ji
White इश्क़ है तुमसे कोई जंग का मैदान थोड़े ना हैं सिर्फ़ शायर होना हमारी पहचान थोड़े ना हैं छोड़ देते हैं अपने माँ बाप को महबूब के कहने पर वोह दुनिया की नज़रों में महान थोड़े ना हैं लगेगी आग मज़हब की फ़िर जलेगा हर घर इस गली में सिर्फ़ हमारा मकान थोड़े ना हैं दुनिया भर में आज भी जाने जाते हैं अपने हुनर के दम पर इश्क़ में हर इंसान परेशान थोड़े ना हैं दुनिया वाले को किसी का दर्द नज़र नहीं आता मोहब्बत में इंसान सबकुछ हार कर कुछ नहीं पाता ज़रा पूछो उनसे जिनको दो वक़्त की रोटी नसीब नहीं होती आज भी खुशियां जिनके करीब नहीं होती कुछ लोग मांगते है भगवान से बेटे का वरदान आज भी औरत हर घर का सम्मान थोड़े ना हैं 💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗💗 🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻🌻 ©Sethi Ji 🩷🩷 महबूब का मकान 🩷🩷 🩷🩷 इश्क़ की पहचान 🩷🩷 #sad_quotes #Sethiji #22Sept #Trending
🩷🩷 महबूब का मकान 🩷🩷 🩷🩷 इश्क़ की पहचान 🩷🩷 #sad_quotes #Sethiji #22Sept #Trending #Zindagi #ishq #nojotohindi #nojotoshayari #कोट्स
read morePrakash writer05
मेरा #गांव अब उदास रहता है.. ✍️ लड़के जितने भी थे मेरे गांव में। जो बैठते थे दोपहर को आम की छांव में। बड़ी रौनक हुआ करती थी जिनसे घर में #मोटिवेशनल
read moreBindu Sharma
White दूर तक देखा खुलें आसमां की जगहें बस छोटे छोटे दड़बे से नज़र आते हैं... कभी महलों में जो रोशनदान हुआ करतें थें, आज मकानों में तब्दील हो,सूर्य की रोशनी को रोकते नज़र आतें हैं ©Bindu Sharma #alone_sad_shayri #मकान
भारद्वाज
White पुराने जमाने में जब हॉस्पिटल नहीं होते थे.. तो बच्चे की नाभि कौन काटता था, मतलब पिता से भी पहले कौनसी जाति बच्चे को स्पर्श करती थी? आपका मुंडन करते वक्त कौन स्पर्श करता था? शादी के मंडप में नाईं और धोबन भी होती थी। लड़की का पिता, लड़के के पिता से इन दोनों के लिए साड़ी की मांग करता था। वाल्मीकियों के बनाये हुए सूप से ही छठ व्रत होता हैं! आपके घर में कुँए से पानी कौन लाता था? भोज के लिए पत्तल कौन सी जाति बनाती थी? किसने आपके कपड़े धोये? डोली अपने कंधे पर कौन मीलो-मीलो दूर से लाता था और उनके जिन्दा रहते किसी की मजाल न थी कि आपकी बिटिया को छू भी दे। किसके हाथो से बनाये मिटटी की सुराही से जेठ महीने में आपकी आत्मा तृप्त हो जाती थी? कौन आपकी झोपड़ियां बनाता था? कौन फसल लाता था? कौन आपकी चिता जलाने में सहायक सिद्ध होता हैं? जाट समाज से होली थाम एव मकान निर्माण से ईंट रखवाना। जीवन से लेकर मरण तक सब सबको कभी न कभी स्पर्श करते थे। . . . *और कहते है कि छुआछूत था।* *यह छुआछूत की बीमारी अंग्रेजों ने देश को तोड़ने के लिए एक साजिश के तहत डाली थी।* *जातियां थी, पर उनके मध्य एक प्रेम की धारा भी बहती थी, जिसका कभी कोई उल्लेख नहीं करता।* *अगर जातिवाद होता तो राम कभी सबरी के झूठे बेर ना खाते,* *बाल्मीकि के द्वारा रचित रामायण कोई नहीं पढता,* *कृष्ण कभी सुदामा के पैर ना धोते!* जाति में मत टूटिये, धर्म से जुड़िये.. देश जोड़िये.. सभी को अवगत कराएं! *सभी जातियाँ सम्माननीय हैं...* * एक भारत, श्रेष्ठ भारत।*. ©भारद्वाज #love_shayari #पुराने जमाने में जब हॉस्पिटल नहीं होते थे.. तो बच्चे की नाभि कौन काटता था, मतलब पिता से भी पहले कौनसी जाति बच्चे को स्पर्श कर
#love_shayari #पुराने जमाने में जब हॉस्पिटल नहीं होते थे.. तो बच्चे की नाभि कौन काटता था, मतलब पिता से भी पहले कौनसी जाति बच्चे को स्पर्श कर #Life
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