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Rakesh frnds4ever
White स:- क्या करते हो!!??!! मैं:- कुछ नहीं,,,, फिलहाल तो खाली हूं/ बेरोजगार हूं ((( दम तोड़ता हूं, हर चीज से मुंह मोड़ता हूं, सर को फोड़ता हूं, चेहरे को नोचता हूं, बालों को खींचता हुं,, पैर पटकता हूं, (( जी निकलता नहीं जीवन को कोसता हूं , घृणा करता हूं खुद से और संसार के रचियता से,, दिन रात सुबह शाम दोपहर भोर संध्या हर समय हर पल मरने की कोशिशें चाहतें इच्छाएं दुवाएं करता हूं,,....))) ©Rakesh frnds4ever स:- #क्या करते हो!!??!! मैं:- कुछ नहीं,,,, फिलहाल तो खाली हूं/ #बेरोजगार हूं ((( #दम तोड़ता हूं, हर चीज से मुंह मोड़ता हूं, सर को फोड़ता
स:- #क्या करते हो!!??!! मैं:- कुछ नहीं,,,, फिलहाल तो खाली हूं/ #बेरोजगार हूं ((( #दम तोड़ता हूं, हर चीज से मुंह मोड़ता हूं, सर को फोड़ता #जीवन #मरने #कोसता #घृणा #कोट्स #lifetragedy #rakeshyadav
read moreRameshkumar Mehra Mehra
White चखकर प्रेम का अमृत............. कयामत तक जीना चाहता..! हूं... ए आसंमा लगातार बरस मै....!! सनम के पैर धोकर पीना...!!! चाहता हूं.... ©Rameshkumar Mehra Mehra # चक्कर प्रेम का अमृत,क़यामत तक जीना चाहता,हूं,ए आसमान लगातार बरस मै,सनम के पैर धोकर पीना;चाहता हूं....
# चक्कर प्रेम का अमृत,क़यामत तक जीना चाहता,हूं,ए आसमान लगातार बरस मै,सनम के पैर धोकर पीना;चाहता हूं.... #Quotes
read moreMiMi Flix
"मीना तोता की मददगार प्रवृत्ति: बच्चों के लिए नैतिक शिक्षा की प्रेरणादायक हिंदी कहानी" - मीना तोता की मददगार प्रवृत्ति" एक प्रेरणादायक हिंदी #वीडियो
read moreबेजुबान शायर shivkumar
Devesh Dixit
नशा (दोहे) नशा करे कोई कभी, उसको घेरे रोग। मन से भी विचलित नहीं, हैं कैसे ये लोग।। तम्बाकू को ले रहे, समझे अपनी शान। सभी जगह पर थूकते, खोते अपना मान।। मदिरा भी शामिल वहीं, होश गँवाते लोग। अपशब्दों से तौलते, दिखता उसमें रोग।। डगमग-डगमग पैर हों, मन में भरे विकार। रिश्तों की चिंता नहीं, डालें खूब दरार।। कहती है सद्भावना, नशा करे बरबाद। छोड़ सको तो छोड़ दो, हो जाओ आबाद।। क्यों करना अब है नशा, कर दो इसका त्याग। मुक्ति केंद्र भी हैं खुले, ले लो इसमें भाग।। जीवन यह अनमोल है, मत करना उपहास। सुखमय भी यह तब रहे, हो उसमें उल्लास।। ............................................................. देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #नशा #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry नशा (दोहे) नशा करे कोई कभी, उसको घेरे रोग। मन से भी विचलित नहीं, हैं कैसे ये लोग।। तम्बाकू को
#नशा #दोहे #nojotohindi #nojotohindipoetry नशा (दोहे) नशा करे कोई कभी, उसको घेरे रोग। मन से भी विचलित नहीं, हैं कैसे ये लोग।। तम्बाकू को #Poetry #sandiprohila
read moreAmit Seth
Devesh Dixit
White आँधियों के इरादे तो अच्छे न थे आँधियों के इरादे तो अच्छे न थे। मंजिल के रास्ते भी तो कच्चे न थे।। डगमगा रहे मेरे ये कदम बस यूँ ही। राह में मिले राहगीर तो सच्चे न थे।। भटकाया ऐसा मुझे मंजिल से मेरे। कहीं मेरे फैसले भी तो कच्चे न थे।। खैर फिर मुड़ चला मंजिल की ओर। अब देखा कि वो रास्ते तो अच्छे न थे।। कँटीली झाड़ियाँ बिखरी थीं जहाँ तहाँ। जाँच कर देखा वो कांँटे तो कच्चे न थे।। जब संभल कर रखा भी पैर इधर उधर। तब जाना मेरे जूते भी तो अच्छे न थे।। चटक चटक कर उखड़ रहे थे जहाँ तहाँ। मैं हैरान था मेरे जूते भी तो सस्ते न थे।। कहीं मिला मोची तो ठीक कराए मैंने। फिर उसने कहा ये जूते तो कच्चे न थे।। क्यों टूट गए ये जूते यूँ जगह जगह से। अब लगा आपके ये रास्ते तो अच्छे न थे।। किसी तरह पाया फिर मंजिल को मैंने। जबकि आँधियों के इरादे तो अच्छे न थे।। ......................................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #आँधियों_के_इरादे_तो_अच्छे_न_थे #nojotohindi #nojotohindipoetry आँधियों के इरादे तो अच्छे न थे आँधियों के इरादे तो अच्छे न थे। मंजिल के र
#आँधियों_के_इरादे_तो_अच्छे_न_थे #nojotohindi #nojotohindipoetry आँधियों के इरादे तो अच्छे न थे आँधियों के इरादे तो अच्छे न थे। मंजिल के र #Poetry #sandiprohila
read moreGokul Ingale
Devesh Dixit
वीराने से रास्ते देख हुआ भयभीत था, वो वीराने से रास्ते। एक परिंदा तक नहीं था, मेरी हिम्मत के वास्ते। चौराहे पर मैं खड़ा था, कहीं जाने के वास्ते। थम चुके थे पैर भी मेरे, देख ये वीराने रास्ते। किससे पूछूँ पता मंजिल का, कौन मुझको बताएगा। डरा सहमा सा मैं खड़ा था, कौन हिम्मत दे जाएगा। बाकी तरफ भी दूर-दूर तक, सिर्फ थे वीराने से रास्ते। हिम्मत कर मैं बढ़ चला था, अपने मंजिल के वास्ते। कौन सी डगर को बढ़ चला मैं, सब थे अनजाने से रास्ते। पूरब, पश्चिम, उत्तर और दक्षिण, सभी थे वीराने से रास्ते। चलते-चलते तभी रुका मैं, जब मंजिल थी मेरे सामने। वीरानों को छोड़ आया मैं, जो लगे थे मुझको थामने। ..................................... देवेश दीक्षित ©Devesh Dixit #वीराने_से_रास्ते #nojotohindi #nojotohindipoetry वीराने से रास्ते देख हुआ भयभीत था, वो वीराने से रास्ते। एक परिंदा तक नहीं था, मेरी हिम्
#वीराने_से_रास्ते #nojotohindi #nojotohindipoetry वीराने से रास्ते देख हुआ भयभीत था, वो वीराने से रास्ते। एक परिंदा तक नहीं था, मेरी हिम् #Poetry #sandiprohila
read moreHimanshu Prajapati
White हमने आंखें मिलाई, उसने नज़रें झुकाए, हमने इशारा किया, वह मुस्कुराई, हम पास गये, वह चिल्लाई, हम डर गये, वह घर गये..! (बाद में किसी ने बताया भाई उसके पैर पर पैर नहीं रखना चाहिए था) ©Himanshu Prajapati #weather_today हमने आंखें मिलाई, उसने नज़रें झुकाए, हमने इशारा किया, वह मुस्कुराई, हम पास गये, वह चिल्लाई, हम डर गये, वह घर गये..!
#weather_today हमने आंखें मिलाई, उसने नज़रें झुकाए, हमने इशारा किया, वह मुस्कुराई, हम पास गये, वह चिल्लाई, हम डर गये, वह घर गये..! #विचार
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