Find the Best “जीवन” Shayari, Status, Quotes from top creators only on Gokahani App. Also find trending photos & videos aboutइस जीवन की यही है कहानी lyrics, इस जीवन की यही है कहानी, इस जीवन की है कहानी, इस जीवन की रोटी है, कमलेश्वर का जीवन परिचय in hindi,
Ek Lamba safer with Adarsh upadhyay
जीवन ये कैसा वीरान है। जहाँ भी जाये नजर दूर दूर तक सन्नाटे कोई नहीं दिखता राह गुजर इधर आते जाते अपने ही पगध्वनिओ की आवाजें आती रास्ता भी कितना सून सान है। जीवन ये......... वीरान है। ©Ek Lamba safer with Adarsh upadhyay #akela sad shayari hindi shayari#पोएट्री #“जीवन” ये कैसा वीरान है Ramesh (rs) राजस्थानी.... Anshu writer @_सुहाना सफर_@꧁ঔৣMukeshঔৣ꧂RJ09 I am Shayra (Ashvini Yamagar) Prakash kumar
#akela sad shayari hindi shayariपोएट्री #“जीवन” ये कैसा वीरान है Ramesh (rs) राजस्थानी.... Anshu writer @_सुहाना सफर_@꧁ঔৣMukeshঔৣ꧂RJ09 I am Shayra (Ashvini Yamagar) Prakash kumar
read moreवीrendra yadav
White कद्र समुद्र की गहराइयों की ही होती h न कि उथले जलाशय की असली जान उत्कृष्टता की गहराइयों मै होती है न की उथले व्यक्तित्व में ❣️ 😇 ©वीrendra yadav #“जीवन” की गहराइयां# love to nature and utkarsh
#“जीवन” की गहराइयां# love to nature and utkarsh
read moreBablu मुंडा
चाहत भी कितनी अजीब होती है मिल जाए तो जिंदगी संवर जाती है ना मिले तो जिंदगी बिखर जाती है। ©Bablu मुंडा #“जीवन”
#“जीवन”
read moreArjun karma
तू ने मुझे जीवन दिया, और मुझ पर करुणा की है; और तेरी चौकसी से मेरे प्राण की रक्षा हई है। अयूब 10:12 ©Arjun karma #“जीवन”
#“जीवन”
read moreMeera kadam
स्वतःच्या ध्येयाची उंची वाढवा आणि स्वतःला घडवा. ©Meera kadam #धेय्य #“जीवन”
#धेय्य #“जीवन”
read moreSwatika Kushwaha
सावल तो बहुत हैं मगर जावब कुछ भी नहीं, पुछु तो किससे साथ अब वो नहीं, लज्ब भी खामोश पड़ गए, ज्जबात सूखे से पडे है।। एक उसके आने के आश मे हम कब से खड़े हैं।। ©Swatika Kushwaha #लव #इश्क #जींदगी #“जीवन”
PARVEEN KUMAR
जीवन के हर पल को खुशियों के संग जियें हर हाल में खुश रहकर जीवन को जीवंत बनाएं हार कर भी कभी हिम्मत न हारे उम्मीद से ये जीवन को चमकाएं । © PARVEEN KUMAR #“जीवन” #SunSet
#“जीवन” #SunSet
read moreAtul Sharma
*📝“सुविचार"*📚 📖*22/6/2022*🖋️ 🖊️*“बुधवार”*📘 देखिए जब यह “लोभ” आपके “जीवन” में आता है तो जो कुछ भी आप प्राप्त करना चाहते है चाहे “धन” हो,“मान” हो, उसे प्राप्त करने के लिए “व्यक्ति” किसी भी “हद” तक जाने को “बेताब” हो जाता है यदि व्यक्ति “धन प्राप्त” करना चाहता है तो वह “अधर्म की रास्तें” पर भी चला जाता है और यदि “मान(सम्मान)” प्राप्त करना चाहता है तो वह “दूसरों को नीचा” भी दिखाने लग जाता है, अंत में आपको यह “एहसास” अवश्य होगा कि यदि मैं “कम प्राप्त” कर लेता तो “प्रेम” से प्राप्त कर लेता, तो मेरा यह “जीवन” और भी “सुखी” होता, देखिए यह “लोभ” आपके “जीवन” में कब “प्रवेश” कर जाए यह आपको भी पता नहीं रहता, इसलिए इस “लोभ” को पहचानिए और इसे तुरंत अपने “जीवन” से निकाल दीजिए, जो भी प्राप्त करना है उसे “प्रेम” से प्राप्त कीजिए “जीवन” “सुखमय” होगा... *“अतुल शर्मा*✍🏻 ©Atul Sharma *📝“सुविचार"*📚 📖 *22/6/2022*🖋️ 🖊️ *“बुधवार”*📘 #“मनुष्य” #“लोभ”
*📝“सुविचार"*📚 📖 *22/6/2022*🖋️ 🖊️ *“बुधवार”*📘 #“मनुष्य” #“लोभ”
read moreAtul Sharma
*🖋️“सुविचार"🖋️* *📚“13/6/2022”📝* *📙“सोमवार”💫* देखिए इस “जीवन” में कुछ “प्राप्त करना” “अनुचित” नहीं है, किंतु “सबसे अधिक” मैं ही प्राप्त करूं, मुझे और चाहिए,मैं ही “अधिक” प्राप्त करूं ये “लोभ” है... और जब यह “लोभ” आपके “जीवन” में आता है तो जो कुछ भी आप प्राप्त करना चाहते है चाहे “धन” हो,“मान” हो, उसे प्राप्त करने के लिए “व्यक्ति” किसी भी “हद” तक जाने को “बेताब” हो जाता है यदि व्यक्ति “धन प्राप्त” करना चाहता है तो वह “अधर्म की रास्तें” पर भी चला जाता है और यदि “मान(सम्मान)” प्राप्त करना चाहता है तो वह “दूसरों को नीचा” भी दिखाने लग जाता है, अंत में आपको यह “एहसास” अवश्य होगा कि यदि मैं “कम प्राप्त” कर लेता तो “प्रेम” से प्राप्त कर लेता, तो मेरा यह “जीवन” और भी “सुखी” होता, देखिए यह “लोभ” आपके “जीवन” में कब “प्रवेश” कर जाए यह आपको भी पता नहीं रहता, इसलिए इस “लोभ” को पहचानिए और इसे तुरंत अपने “जीवन” से निकाल दीजिए, जो भी प्राप्त करना है उसे “प्रेम” से प्राप्त कीजिए “जीवन” “सुखमय” होगा... *“अतुल शर्मा*✍🏻 ©Atul Sharma *🖋️“सुविचार"🖋️* *📚“13/6/2022”📝* *📙“सोमवार”💫* #“मनुष्य” #“लोभ”
*🖋️“सुविचार"🖋️* *📚“13/6/2022”📝* *📙“सोमवार”💫* #“मनुष्य” #“लोभ”
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*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️*“20/5/2022”*📚 📘*“शुक्रवार”*💫 इस “जीवन” के हमारे दो “साथी” है एक “अंधकार” है और एक है “प्रकाश” अब यदि “अंधकार” में यदि हम “दीपक” प्रज्वलित करते है “प्रकाश” के लिए, तो “अंधकार” हमसे “रूष्ट” होकर चला जाता है अब यदि “अंधकार” को मनाने जाओ तो “प्रकाश” रूष्ट होकर हमसे दूर चला जाता है, ये वैसी “परिस्थिति” है कि जैसे हमारे दो “मित्र” है जिनकी आपस नहीं बनती, क्योंकि एक को “मनाने” या “प्रसन्न” करने जाओ तो दूसरा “रूष्ट” हो ही जाता है, ऐसे में आपको “समझदारी” दिखानी है कि कब किसका “साथ देना” है,कि कब किसके “साथ चलना” है, हो सके तो सबको साथ लेकर ही चलिए यदि किसी की “आपस” में नहीं बनती,तो उनमें “सामंजस्य” बिठा के “संसार की रीति निती” का “शस्त्र” चलाना है, यहीं तो “मनुष्य” जीवन है अब भला ये कैसे किया जाता है केवल “प्रेम” से,तो इसी प्रकार “प्रेमपूर्ण व्यवहार” से सभी को जोड़कर रखेंगे तो सभी “खुश” भी अवश्य रहेंगे... *अतुल शर्मा*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“20/5/2022”*📚 📘 *“शुक्रवार”*✨ #“जीवन” #“दो साथी”
*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“20/5/2022”*📚 📘 *“शुक्रवार”*✨ #“जीवन” #“दो साथी”
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