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Atul Sharma
*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️*“13/5/2022”*📚 📘*“शुक्रवार”*💫 देखिए ये बात हर एक “व्यक्ति”, हर एक “परिवार”,हर एक “सम्प्रदाय”, हर एक “राज्य” पर ये बात लागू हो सकती है, “परिवार” में यदि “मतभेद” यदि “बढ़” जाए तो परिवार टूटकर “बिखर” जाता है, इतिहास गवाह है यदि “समाज के लोग” आपस में ही लड़ने लगे तो वो “लोग” राजा नहीं बनते अपितु कोई उनका “लाभ” उठाकर स्वयं को “राजा” बना लेता है, “एकता का महत्व” समझिए, आज आकर बात आती है “प्रेम” की, क्योंकि ये “प्रेम” ही जो सबकों “एक” रखकर के “आनंदित” रख सकता है, “प्रेम” से “शक्तिशाली” और कुछ नहीं, तो इस “प्रेम” को “मन” में “जाग्रत” किजिए और अपने “परिवार” में,“समाज” में लाइए, आपके “जीवन” में “आनंद” और “सुख” दोनों अवश्य होगा... *“अतुल शर्मा”*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“13/5/2022”*📚 📘 *“शुक्रवार”*💫 #“परिवार” #“मतभेद”
*✍🏻“सुविचार"*📝 🖊️ *“13/5/2022”*📚 📘 *“शुक्रवार”*💫 #“परिवार” #“मतभेद”
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*✍🏻“सुविचार"*📝 🇮🇳 *“14/2/2022”*📚 ❤️ *“सोमवार”* 🇮🇳 देखिए ये बात हर एक “व्यक्ति”, हर एक “परिवार”,हर एक “सम्प्रदाय”, हर एक “राज्य” पर ये बात लागू हो सकती है, “परिवार” में यदि “मतभेद” यदि “बढ़” जाए तो परिवार टूटकर “बिखर” जाता है, इतिहास गवाह है यदि “समाज के लोग” आपस में ही लड़ने लगे तो वो “लोग” राजा नहीं बनते अपितु कोई उनका “लाभ” उठाकर स्वयं को “राजा” बना लेता है, “एकता का महत्व” समझिए, आज आकर बात आती है “प्रेम” की, क्योंकि ये “प्रेम” ही जो सबकों “एक” रखकर के “आनंदित” रख सकता है, “प्रेम” से “शक्तिशाली” और कुछ नहीं, तो इस “प्रेम” को “मन” में “जाग्रत” किजिए और अपने “परिवार” में,“समाज” में लाइए, आपके “जीवन” में “आनंद” और “सुख” दोनों अवश्य होगा... *“अतुल शर्मा”*✍🏻 ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🇮🇳 *“14/2/2022”*📚 ❤️ *“सोमवार”* 🇮🇳 *#“परिवार”* *#“मतभेद”*
*✍🏻“सुविचार"*📝 🇮🇳 *“14/2/2022”*📚 ❤️ *“सोमवार”* 🇮🇳 *#“परिवार”* *#“मतभेद”*
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_*📝“सुविचार"*📝_ _🌼 *“23/8/2021”*🖋️ _ 🌫️_*“सोमवार”*_🌥️ “सागर की लहरें” “तट” से टकराकर “पत्थरों” से टकराकर उनका “आकार” ही बदल देती है, “कटीले नुकीले पत्थर” इन पर घिसघिस कर इन्हें “गोल” बना देती है,किंतु ये “सागर की लहरें” इनका “आकार” कभी नहीं बदला, क्योंकि यह “बिखर” कर भी “जुड़ना” जानती है देखिए “वाद-विवाद”,“तर्क-वितर्क”, “मतभेद” ये जीवन का “अभिन्न अंग” है, किंतु इन्हें कभी “मन” में प्रवेश न करने दे, यदि “मन में प्रवेश” कर भी जाए तो वहां उन्हें “वास” न करने दे,इन्हें निकाल फेंके, “वाद-विवाद”,“तर्क-वितर्क”, मतभेद इन्हें “जीवनभर” साथ लेकर मत चलिएगा, यदि साथ चलना है तो सबको साथ लेकर चलिए, “लहरों की भांति” , “एकता(संगठन)” में विश्वास रखिए, साथ मिलकर आगे बढ़ोगे तो दूर तक पहुचोगे, अन्यथा सिर्फ “दूर की सोच” ही रखकर ही रह जाओगे, और “दूर की सोच” अच्छी नहीं होती है _*अतुल शर्मा🖋️📝*_ ©Atul Sharma _*📝“सुविचार"*📝_ _🌼 *“23/8/2021”*🖋️ _ 🌫️_*“सोमवार”*_🌥️ #“सागर की लहरें” #“तट”
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*✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“28/7/2021”*🌫️ 🌧️*“बुधवार”*🌧️ देखिए ये बात हर एक “व्यक्ति”, हर एक “परिवार”, हर एक “सम्प्रदाय”, हर एक “राज्य” पर ये बात लागू हो सकती है, “परिवार” में यदि “मतभेद” यदि “बढ़” जाए तो परिवार टूटकर “बिखर” जाता है, इतिहास गवाह है यदि “समाज के लोग” आपस में ही लड़ने लगे तो वो “लोग” राजा नहीं बनते, अपितु कोई उनका “लाभ” उठाकर स्वयं को “राजा” बना लेता है, “एकता का महत्व” समझिए, आज आकर बात आती है “प्रेम” की, क्योंकि ये “प्रेम” ही जो सबकों “एक” रखकर के “आनंदित” रख सकता है, “प्रेम” से “शक्तिशाली” और कुछ नहीं, तो इस “प्रेम” को “मन” में “जाग्रत” किजिए और अपने “परिवार” में,“समाज” में लाइए, आपके “जीवन” में “आनंद” और “सुख” दोनों अवश्य होगा... *“अतुल शर्मा 🖋️📝* *✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“28/7/2021”*🌫️ 🌧️*“बुधवार”*🌧️ #“परिवार” #“मतभेद”
*✍🏻“सुविचार"*📝 🌫️*“28/7/2021”*🌫️ 🌧️*“बुधवार”*🌧️ #“परिवार” #“मतभेद”
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*✍🏻“सुविचार"* *“14/6/2021” *“सोमवार”* “आत्मविश्वास” और “अहंकार”... “आत्मविश्वास” और “अहंकार” में बहुत बड़ा “अन्तर” है मैं ये कर “सकता” हूं मैं वो भी कर सकता हूं ये “आत्मविश्वास” है केवल मैं ही ये कर “सकता” हूं केवल मैं ही वो भी कर सकता हूं,मैं ही “सर्वश्रेष्ठ” हूं ये है “अहंकार”... अब ये “अहंकार” जो है इसकी “पुकार” बहुत “ऊंची” होती है,लेकिन इसका “प्रहार” सबसे पहले आप ही को “नुकसान” पहुंचाता है, अब इस “अहंकार” का “विलोम” शब्द है “व्यमकार”, अर्थात स्वयं से ऊपर उठकर दूसरों के विषय में “सोचना”,“संसार” के विषय में सोचना, इस “व्यमकार” में सोचिए कि “एक से अनेक” बनीए और “एकता बनाकर” रखिए “मद”(नशे) से स्वयं को “दूर” रखिए,“अहंकार” को स्वयं को दूर रखिए,फिर निश्चित रूप से आप “विकास का कारण” बनेंगे, *🖊️“अतुल शर्मा🖋️📝✨* ©Atul Sharma *✍🏻“सुविचार"*📝 🌟*“14/6/2021”*🌟 🖋️ *“सोमवार”*✨🖊️ #“आत्मविश्वास” #“अहंकार”
*✍🏻“सुविचार"*📝 🌟*“14/6/2021”*🌟 🖋️ *“सोमवार”*✨🖊️ #“आत्मविश्वास” #“अहंकार”
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