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Mahi faniyal

#फिल्मों वाली मां #pyaarimaa

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Adv Rudra varshney

Love Story सिर्फ #फिल्मों में अच्छी लगती है , Real Life में ना तुम सच्ची #मोहब्बत करके देख लो , अगर आधी रात को रोना ना आये आँखों में फिर मुझे बोल देना .. !! #varshneyrudra #rudrap #thought #thoughtoftheday #Love #alone #Darknight

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Love Story सिर्फ फिल्मों में अच्छी लगती है Real Life में ना तुम सच्ची मोहब्बत करके देख लो अगर आधी रात को रोना ना आये आँखों में फिर मुझे बोल देना .. !!
varshneyrudra rudrap

©rudra varshney Love Story सिर्फ #फिल्मों में अच्छी लगती है , Real Life में ना तुम सच्ची #मोहब्बत  करके देख लो , अगर आधी रात को रोना ना आये आँखों में फिर मुझे बोल देना .. !!
#varshneyrudra #rudrap #thought #thoughtoftheday #Love #alone #Nojoto  
#Darknight

Mangal Singh

#seaside

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90 का #दूरदर्शन और हम :

1.सन्डे को सुबह-2 नहा-धो कर 
टीवी के सामने बैठ जाना

2."#रंगोली"में शुरू में पुराने फिर 
नए गानों का इंतज़ार करना

3."#जंगल-बुक"देखने के लिए जिन 
दोस्तों के पास टीवी नहीं था उनका 
घर पर आना

4."#चंद्रकांता"की कास्टिंग से ले कर 
अंत तक देखना

5.हर बार सस्पेंस बना कर छोड़ना 
चंद्रकांता में और हमारा अगले हफ्ते 
तक सोचना

6.शनिवार और रविवार की शाम को 
#फिल्मों का इंतजार करना

7.किसी नेता के मरने पर कोई #सीरियल 
ना आए तो उस नेता को और गालियाँ 
देना

8.सचिन के आउट होते ही टीवी बंद 
कर के खुद बैट-बॉल ले कर खेलने 
निकल जाना

9."#मूक-#बधिर"समाचार में टीवी एंकर 
के इशारों की नक़ल करना

10.कभी हवा से #ऐन्टेना घूम जाये तो 
छत पर जा कर ठीक करना

बचपन वाला वो '#रविवार' अब नहीं 
आता, दोस्त पर अब वो प्यार नहीं 
आता।

जब वो कहता था तो निकल पड़ते 
थे बिना #घडी देखे,

अब घडी में वो समय वो वार नहीं 
आता।

बचपन वाला वो '#रविवार' अब नहीं 
आता...।।।

वो #साईकिल अब भी मुझे बहुत याद 
आती है, जिसपे मैं उसके पीछे बैठ 
कर खुश हो जाया करता था। अब 
कार में भी वो आराम नहीं आता...।।।

#जीवन की राहों में कुछ ऐसी उलझी 
है गुथियाँ, उसके घर के सामने से 
गुजर कर भी मिलना नहीं हो पाता...।।।

वो '#मोगली' वो '#अंकल Scrooz', 
'#ये जो है जिंदगी' '#सुरभि' '#रंगोली' 
और '#चित्रहार' अब नहीं आता...।।।

#रामायण, #आलदिन#महाभारत#का वो 
चाव अब नहीं आता, बचपन वाला वो 
'रविवार' अब नहीं आता...।।।

वो #एक रुपये किराए की साईकिल 
लेके, दोस्तों के साथ गलियों में रेस 
लगाना!

अब हर वार 'सोमवार' है
काम, ऑफिस, बॉस, बीवी, बच्चे;
बस ये जिंदगी है। दोस्त से दिल की 
बात का इज़हार नहीं हो पाता।
बचपन वाला वो 'रविवार' अब नहीं 
आता...।।।

बचपन वाला वो '#रविवार' अब नही 
आता...।।।

🙂🙏m&p #seaside

Mohit Mudita Dwivedi

बापू, मुझे भगत बन जाने दो प्रिय बापू , आपको जन्मदिन की शुभकामनाएँ! १५०वी जयंती है आपकी और १५० से भी ज़्यादा बातें बदल गईं हैं यहाँ। आपने जो लाठी उठायी थी; देश के हित में, अब उसी लाठी का इस्तेमाल अहित में ज़्यादा होता दिख रहा है | आपकी ही तस्वीर के नीचे आपकी तस्वीर लगी नोटों की तस्करी हो रही है, शायद कमी रह गयी कहीं न कहीं अंग्रेज़ो को तो देश से भगा दिया लेकिन शायद उनकी सोच उनकी लाई गयी मानसिक गुलामी से आज़ाद नहीं करा पाए आप।

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 बापू, मुझे भगत बन जाने दो  प्रिय बापू , 
आपको जन्मदिन की शुभकामनाएँ!

१५०वी जयंती है आपकी और १५० से भी ज़्यादा बातें बदल गईं हैं यहाँ।
आपने जो लाठी उठायी थी; देश के हित में, अब उसी लाठी का इस्तेमाल अहित में ज़्यादा होता दिख रहा है |

आपकी ही तस्वीर के नीचे आपकी तस्वीर लगी नोटों की तस्करी हो रही है, शायद कमी रह गयी कहीं न कहीं 
अंग्रेज़ो को तो देश से भगा दिया लेकिन शायद उनकी सोच उनकी लाई गयी मानसिक गुलामी से आज़ाद नहीं करा पाए आप।

Sumit Upadhyay

बड़े ही शर्म की बात है कि कुछ लोग बहोत बेशर्मी के साथ पद्मावती के अस्तित्व को नकार रहे हैं और उनकी इससे भी बड़ी बदतमीजी ये है कि दावा कर रहे हैं कि फिल्मों पर रोक नही लगनी चाहिए क्योंकि फिल्मे आईना होती हैं समाज का । मैं इस बात से सहमत हूं कि फिल्मों का प्रभाव पड़ता है आम जीवन पर इसलिए फिल्मों के कंटेंट पर विशेष दृष्टि रखनी चाहिए क्योंकि जो समाज देखेगा उससे प्रेरणा लेगा और वैसा ही सोचने समझने लगेगा। एक vdo देखी जिसमे कहा जा रहा है कि फ़िल्म कैसी भी हो रोकना नही चाहिए । जरा इन मूर्खों को कोई समझाए की

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बड़े ही शर्म की बात है कि कुछ लोग बहोत बेशर्मी के साथ पद्मावती के अस्तित्व को नकार रहे हैं और उनकी इससे भी बड़ी बदतमीजी ये है कि दावा कर रहे हैं कि फिल्मों पर रोक नही लगनी चाहिए क्योंकि फिल्मे आईना होती हैं समाज का ।
मैं इस बात से सहमत हूं कि फिल्मों का प्रभाव पड़ता है आम जीवन पर इसलिए फिल्मों के कंटेंट पर विशेष दृष्टि रखनी चाहिए क्योंकि जो समाज देखेगा उससे प्रेरणा लेगा और वैसा ही सोचने समझने लगेगा। एक vdo देखी जिसमे कहा जा रहा है कि फ़िल्म कैसी भी हो रोकना नही चाहिए । जरा इन मूर्खों को कोई समझाए की


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