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Dk_Chandrwanshi
मैं परदेशी हूं यार परदेश में कौन किसका होता है बीमार पड़ जाओ, तो देखने वाला भी नही होता अच्छे होने पर भलाई करने बहुत मिल जाते है ©Dk_Chandrwanshi #talaash #जिंदगी #लाइफ_स्टोरी #परदेशी
#talaash #जिंदगी #लाइफ_स्टोरी #परदेशी #विचार
read moreभारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन
#परदेशी# बड़ी उम्मीद थी दिल में की वो फिर आयेंगे । मुझसे जो वादा किया था वो वादा निभाएंगे । सामने से गुजरती हर ट्रेन तलासती ये निगाहें । उस परदेशी को गले लगाने को आतुर ये बाहें । उनका अहसास ही मायूसी को दूर कर देता । मन के घोर अंधेरे को आशा से रोशन कर देता । थोड़ी देर में ट्रेन की तरह खुशियां चली जाती । फिर वही अंधकार और मायूसी पुनः दे जाती । क्या यकीं करें परदेशी का क्षण भर प्यार लुटाते। फिर इसी ट्रेनकी तरह आंखोंसे ओझल हो जाते। आंखों को सदा रोता छोड़ कहां ये गुम हो जाते । आते यादों में चिट्ठियां या संदेश ये स्वयं ना आते । 🙏सुप्रभात🙏 ©भारत सोनी _इलेक्ट्रिशियन #Raftaar Fatima. Sayyeda RAHUL KUMAR Debasis Singh Puja Udeshi rasmi Jonee Saini शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) Badal Singh Kalamgar Aftab @123 Kavya GRHC~TECH~TRICKS Aditya Kumar gaTTubaba Pooja mithariya poonam atrey Beena Kumari RD bishnoi radhe krishan Babita Kumari –Varsha Shukla Adarsh S Kumar R K Mishra " सूर्य " Sethi Ji SAUD ALAM दुर्लभ "दर्शन" Suhana parvin. please Humko support aur gift Kijiye - repost kijiye-Boss Subhash Chandra Bratati Aditya kumar prasad @Dil_E_Nadan Satish Kaushal B
#Raftaar Fatima. Sayyeda RAHUL KUMAR Debasis Singh Puja Udeshi rasmi Jonee Saini शीतल चौधरी(मेरे शब्द संकलन ) Badal Singh Kalamgar Aftab @123 Kavya GRHC~TECH~TRICKS Aditya Kumar gaTTubaba Pooja mithariya poonam atrey Beena Kumari RD bishnoi radhe krishan Babita Kumari –Varsha Shukla Adarsh S Kumar R K Mishra " सूर्य " Sethi Ji SAUD ALAM दुर्लभ "दर्शन" Suhana parvin. please Humko support aur gift Kijiye - repost kijiye-Boss Subhash Chandra Bratati Aditya kumar prasad @Dil_E_Nadan Satish Kaushal B #परदेशी
read moreGarg_girl
#SaferMotherHoodDay मैं थक के मां के कलेजे से जा लगता था हाय परदेश तूने मुझसे मेरा ये सुकून भी छीन लिया........!! ©Garg_girl #SaferMotherHood #ममता #परदेशी
Mamta Singh
आम माेजराई गइले,सरसाे फुलाइ गइले काेयल के कुक जगावे मनवा में हुक परदेशी बालम,एही फगुनवा में । एक ताे हमरी सांवरी सुरतियां,दूजे मारी काेरी चुनरिया उस पे पर गयी ताेरी जुल्मी नजरियां अपने प्रीत के रंग में रंग डालाे जी परदेशी बालम ,एही फगुनवा में । अंग-अंग महुआ अधर पलाश भइल अबकी के हाेलीया में मिलन के आस भइल, छाेड़ी के नाैकरियां घर आजा परदेशी बालम ,एही फगुनवा में... Re post ताेहरी गुलाबाे इंन्तजार में बैठी है मन मार अबके हाेली जाे घर न आये ताे ताेहरी अम्मा से लगवाउंगी फटकार मगज मे बात आयी सरकार😎😎 सरकार #हाेली#परदेशी#गुलाबाे#yqbaba#yqdada#yqdidi#yqlove
Gumnam Shayar Mahboob
परदेश ही अपना जबसे ठिकाना हो गया मां के गोद में सोए एक जमाना हो गया Miss you Mom ❤️❤️❤️❤️ #परदेशी #मां #गोद #सोए #जमाना #ठिकाना #gumnam_shayar_mahboob #गुमनाम_शायर_महबूब
Miss you Mom ❤️❤️❤️❤️ #परदेशी #मां #गोद #सोए #जमाना #ठिकाना #gumnam_shayar_mahboob #गुमनाम_शायर_महबूब
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(Saudia Arabia) Missing Home Town❤️😰 घर की बहुत याद आ रही है यार लेकिन क्या किया जाए यही परदेश है #परदेशी #गांव #जिन्दगी #mahboob #महबूब #gumnam_shayar_mahboob #गुमनाम_शायर_महबूब
घर की बहुत याद आ रही है यार लेकिन क्या किया जाए यही परदेश है #परदेशी #गांव #जिन्दगी #mahboob #महबूब #gumnam_shayar_mahboob #गुमनाम_शायर_महबूब
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" एक परदेशी " चार साल हो गया है घर तो अब जाना है बहुत सह लिया दर्द-गम अब तो मुस्कुराना है चार साल हो गया है............ करवटें बदलता हूं याद घर की आती है सोचते-सोचते यूहीं रात गुजर जाती है दिल ये सफ़र में है और घर ठिकाना है चार साल हो गया है घर तो अब जाना है बहुत सह लिया दर्द-गम......... दिल के जितने दर्द थे खुद ही खुद से बांटें है चार साल का हर दिन उंगलियों पर काटे हैं खुद ही कपड़े धुलने थे खाना भी बनाना था नींद पूरी हो या न हो काम पर भी जाना था इन सब मुश्किलों से अब हमको निकल आना है चार साल हो गया है घर तो अब जाना है बहुत सह लिया दर्द-गम............. एक थी महबूबा जो दिल को भाती थी मेरी गलियों में भी वो कभी-कभी आती थी एक दूसरे को हम हरपल तकते रहते थे न वो ही कुछ कहती थी न हम ही कुछ कहते थे उससे भी तो मिलना है हाल-ए-दिल बताना है चार साल हो गया है घर तो अब जाना है बहुत सह लिया दर्द-गम.......... - गुमनाम शायर"Mahboob" #परदेशी #घर #मां #गांव #महबूबा #परदेश #गुमनाम_शायर_महबूब #gumnam_shayar_mahboob
Gumnam Shayar Mahboob
:-एक परदेशी:- अक्सर अब आँखों में पानी भर जाता है याद कभी जो मुझे मेरा घर आता है आने वाला कल होगा आज से बेहतर रोज यही सोचकर दिन गुजर जाता है अब किससे करें हम बातें दिल की परदेश में कहाँ कोई अपना नजर आता है बहुत से रास्ते सफर में आये मगर याद हमेशा गाँव का ही डगर आता है नही हो पाते शामिल किसी भी मौके पर अब तो बस अच्छे-बुरे का खबर आता है तक़लीफ़ में हूँ मैं पर खुश हैं मेरे घरवाले बस यही सोचकर मुझको सबर आता है गम की धुप में भी खुद को हरा-भरा रखा हूँ क्योंकि सुख जाये पेड़ तो कहाँ शज़र आता है #आंखें #परदेशी #डगर #सफर #आंसू #gumnam_shayar_mahboob #गुमनाम_शायर_महबूब
Devashray Kumar
घर से निकलो तो घर खींचता हैं फिर गांव खींचता हैं रोज़ी, रोज़गार, काम खींचता हैं खींचता हैं पत्नी का प्यार बच्चों का मुस्कान खींचता हैं कमाने निकला आदमी कहीं का नही रहता !! ©Devashray Kumar #dilemma #रोजगार #parivaar #परदेशी
KD Yadav
#सावन "परदेश में बैठाचाय की टपरी पे एक लड़का,, एक रोज जो बैठा सावन में, फिर ठंडी ठंडी हवा चली वो मौसम था जो दिल को छुआ , फिर याद आई वो हसीं कली वो भी हा वो भी क्या दिन थे जब उसकी गली से गुजरा करते थे वो छत पे आती थोड़ा मुस्काती और फिर हम चुपके से देखा करते थे एक रोज जो बैठा सावन में, फिर ठंडी ठंडी हवा चली। वो मौसम था जो दिल को छुआ फिर याद आई वो हसीं कली हां डर भी रहता था थोड़ा जी हा डर भी रहता था थोड़ा घरवालों का। बस एक झलक दिख जाए उसकी बस ये ही सोंचा करते थे एक रोज जो बैठा सावन में फिर ठंडी ठंडी हवा चली l वो मौसम था जो दिल को छुआ फिर याद आई वो हसीं कली।। क्या दिन थे वो बचपन के जो खुशी खुशी में बीते थे। अब बड़े हुए तो दिखे नही वो गांव की प्यारी पगडंडी भी ।।2 जहां रोज साम को सब यार बैठ मस्ती में झूमा करते थे। एक रोज जो बैठा सावन में फिर ठंडी ठंडी हवा चली। वो मौसम था जो दिल को छुआ फिर याद आई वो हसीं कली अब तो बस वो यादें है गांव भी हम बस भूले बिसरे जा पाते है । मां रोती है बाप भी बैठा रास्ता देखा करता है बहन भी बोले भईया याद बहुत अब आती है आयेंगे एक रोज बहन बस तू सबको संभाले रक्खा कर। एक रोज जो बैठा सावन में फिर ठंडी ठंडी हवा चली वो मौसम था जो दिल को छुआ फिर याद आई वो हसीं कली फिर याद आई वो हसीं कली।। 🙏 KD Yadav 🙏 ©KD Yadav #चाय एक परदेशी बाबू चाय की चुस्की के साथ दोस्तों को अपनी गांव की यादों को ताजा करते हुऐ #Loneliness #परदेशी
#चाय एक परदेशी बाबू चाय की चुस्की के साथ दोस्तों को अपनी गांव की यादों को ताजा करते हुऐ #Loneliness #परदेशी #कविता #सावन
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