Find the Best थी Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about कलम की जो जगह थी वो वही है पर उसका नाम तक बाकी नहीं है, मैं भी यही चाहती थी सो मैंने उसे रोकने की कोशिश नहीं की, love थी, हुर्रियत कांफ्रेंस का एक नेता जिसकी आतंकवादियों द्वारा हत्या कर दी गई थी, प्यास लगी थी गजब की शायरी इन हिंदी,
Shubham Bhardwaj
कैसी हसीन रात थी कि बात न हो पाई। आये थे अपने काम से,मुलाकात न हो पाई।। ©Shubham Bhardwaj #berang #कैसी #हसीन #रात #थी #कि #मुलाकात #नही
Shubham Bhardwaj
जिंदगी मिली थी मगर हम जी न सके। उम्रभर उसकी खुशियों को संभाला था हमने।। ©Shubham Bhardwaj #feelings #जिंदगी #मिली #थी #मगर #हम #जी #नही
Shubham Bhardwaj
जिंदगी तेरे बिना, सनम कटती कहाँ थी। दूरियाँ तन्हाई की सनम,मिटती कहाँ थीं।। ©Shubham Bhardwaj #जिंदगी #तेरा #बिना #कटती #कहाँ #थी
Arvind Bhanker
याद है मुझे अच्छे से 3 बजे थे तब रात भी घनी थी फिर भी जब शहर तुम्हारा गुजरा था ट्रेन की खिड़की खोली थी सोचकर यही की काश ख्वाबो की जगह अब असल में भी दिख जाओ तुम मुरादे जो खुदा से मांगी पुरी हो जाए अभी #love
Sanjay Verma
आज शुबह नई दिल्ली स्टेशन गया तो कुछ याद आया सामने थी ताज एक्सप्रेश और मेरे पैर थम से गये सब कुछ वैसा ही था पर वो कोई और थे हरकते भी वैसे ही थी सायद उन्हे भी आगरा जाना था लड़की को ट्रेन पर बैठाया और ट्रेन चल पड़ी लड़का बाहर आया और तब तक बाय करता रहा जब तक ट्रेन दिखी फिर मेरे बगल मे आकर बैठ गया मैने भी कुछ इश्क वाले अन्दाज मे पुछा, भाई कौन थी वो तेरी ''जान है मेरी वो मुशकुराकर बोला'' एक पल के लिये मै चुप सा हो गया ... फिर बस इतना बोल पाया तुझे भी साथ जाना चाहिये था और मेरे आंशु निकल पड़े फिर मै वहा एक पल भी रुक ना सका..... कुछ यादें कभी हसाती है कभी रूलाती है और फिर जीना सिखाती है इसी का नाम है ज़िन्दगी (17 july 2019) #puraniyaadein #love #lost #broken #life
Rinkle
अनजान से सफर में एक दोस्त चाहा था जिंदगी में जिसे हर चीज़ से बढ़कर उसी ने रुला दिया एक छोटी सी बात कहकर पर उसी बात में छिपा था मेरी जिंदगी का अस्तित्व और उसी राह से गुज़रता था मेरी जिंदगी का सफ़र उसकी बात दिल को छू गयी ' ---------' और मेरी जिंदगी आसमा को छू गयी सफल होना इतना आसान नहीं था पर उसकी उस बात ने जैसे नए रास्तें दिखा दिए काँटों से बचकर निकलना इतना आसान नहीं था पर उसकी उस बात ने काँटो में ही फूल खिला दिए हौसला जगा दिल में मंज़िल सामने खड़ी थी पर विघ्न के बादलों को देख में डरी थी पीछे देखना मेरी आदत नहीं थी और मेरी हिम्मत भी कम नहीं थी बढ़ाये पैर मंज़िल की और धक धक कर रहा था मेरा दिल मेरा आत्मविश्वास और मेरे बढ़ते हुए कदम मेरी सफ़लता के चिन्ह थे और मंज़िल भी मेरे सामने मुस्कुरा कर मेरा स्वागत कर रही थी। सफलता का राज़
सफलता का राज़ #कविता
read moreSubant Kumar dangi(Poet, Writer)
Natural Morning वक्त बदलता है और किस्मत करवट लेती है एक न एक दिन उजाले की विजय होती है अँधेरा कबतक छिपाए रखता है किसी को सुर्योदय होता है और रोशनी बिखर जाती है बीतते रहे कितने ऐतवार आया सावन का सोमवार नाग पंचमी का शुभ घड़ी अखंड भारत की नीव पड़ी देश को अमूल्य उपहार मिला देशभक्ति का उपकार मिला सोमवार लाया नया सबेरा हुआ उजाला मिटा अँधेरा आज सुरज का उदय हुआ चारों तरफ जय जय हुआ नफरत की धारा मिट गई तीन सौ सत्तर विलुप्त हुई जो दिले दूरियाँ बनाई थी वो राष्ट्र की गहरी खाई थी जहर नफरत की घोली थी जन जन में फूट कराई थी दहसत गर्द की कमर टूटी बूरी नजर की आँखे फूटी आतंकपरस्त की हुई पराजय अमन चैन की हुई जय जय अभूतपूर्व अद्वितीय पहल दृढ़ संकल्प का रहा फल अदम्य साहस औ तदवीर तब जाकर बदली तकदीर नक्से में बदल गई तस्वीर बना नूतन जम्मू कश्मीर अब माहौल बदल गया है अब भूगोल बदल गया है इतिहास पुनः दोहराएगा एक ही तिरंगा फहराएगा एक राष्ट्र एक गाण होगा हिंद का स्वाभिमान होगा देश में एक विधान होगा एक ही संविधान होगा फिर से वादियाँ हरी होंगी फिजा खुशियों से भरी होंगी फिर से चमन में फूल खिलेंगे बिछड़े दिल आ गले मिलेंगे नदियाँ झरने गीत गाएँगे खेतों में फसल लहलहाएंगे पर्वत पहाड़ संगीत देगा देश भक्ति का धुन बजाएंगे जो बन गया था नर्क कभी फिर से स्वर्ग बन जाएगा इतिहास के पन्नों में फिर से स्वर्णअक्षरों में लिखा जाएगा धारा 370 हटने पर कविता एक मुक्तक के साथ
धारा 370 हटने पर कविता एक मुक्तक के साथ
read moreSudhanshu Ojha
वो मोहब्बत भी तेरी थी , वो शरारत भी तेरी थी अगर कुछ बेवफाई थी , तो वो बेवफाई भी तेरी थी हम छोड़ गए तेरा शहर , तो वो हिदायत भी तेरी थी आखिर करते तो किस से करते तुम्हारी शिकायत वो शहर भी तेरा था और वो अदालत भी तेरी थी
Jiten rawat
आज अपनी कहानी सुनता हूँ, सब को, एक जमाने ने के बाद! वो फिर याद आ रही है मुझको, मुझसे दूर चले जाने के बाद! वो कम मशहूर न थी इश्क़ के बाज़ार में, उसके ही चर्चे होते थे उसके जाने के बाद! चर्चे मेरे भी कम नहीं थे इश्क़ के बाजार में जैसे उसके चर्चे होते थे उसके जाने के बाद! मेरा भी ज़िक्र होता था लोगों के ज़ुबान पर, उसके नाम के साथ मेरा नाम आने के बाद! मुहब्बत कम न हुआ था हमदोनों के दरमियां लोगों के हंगामा करने, चीखने-चिल्लाने के बाद! रूठ जाती थी वो अक्सर मुझसे हर दिन,यूँ ही ताकि मैं उसे मनाऊं उसके रूठ जाने के बाद! मिलने के लिए इंतेजार करती थी मेरा, सुबह से लेकर, शाम आ जाने के बाद! रोती थी अक्सर वो मुझे याद कर के,जब, मुलाक़ात न होती थी कहीं चले जाने के बाद! फिर घंटो बातें किया करती थी वो मुझसे, अपने बाहों में लेकर मेरे आ जाने के बाद! सारा दिन वो भूखी रहती थी माहे -ए- रमज़ान में फिर खूबशूरत चाँद नज़र आता था चाँद रात आने के बाद! चराग़-ए-इश्क़ जल रहे थे हम हमदोनों दिलों में,मगर उसका इश्क़ कमने लगा था कुछ वक़्त बीत जाने के बाद! अफसोस नही था उसके इश्क़ कम हो जाने से,मगर, अफसोस..मुझे न समझी मेरे इतना करीब आने के बाद! जिसके लिए जीता था मैं, हर दिन, हर पल, वो भी बदल गई जमाने के बदल जाने के बाद! #अपनी #कहानी #सुनता #हूँ आज अपनी कहानी सुनता हूँ, सब को, एक जमाने ने के बाद! वो फिर याद आ रही है मुझको, मुझसे दूर चले जाने के बाद! वो कम मशहूर न थी इश्क़ के बाज़ार में,
#अपनी #कहानी #सुनता #हूँ आज अपनी कहानी सुनता हूँ, सब को, एक जमाने ने के बाद! वो फिर याद आ रही है मुझको, मुझसे दूर चले जाने के बाद! वो कम मशहूर न थी इश्क़ के बाज़ार में, #शायरी #NojotoWriter #nojotopoem #nojotothought #nojotoshayri #nojotoworld #JitenRawat
read moreराहुल श्रीवास्तव
मेरे सपने कभी , कभी तो पिता जी की उम्मीद के सामने लाचार से दीखते थे। एक पल को थम सा जाता मै आँखों को मुदकर दीवार के सहारे घंटों बीत जाते पर गलत वो भी नही थे जिंदगी देने वाले ने जिंदगी को काफी करीब से देखा था. उनकी आँखों में एक उम्मीद थी एक आस थी उन्होंने मेरे सपनों को लेके आज होसला तो दिया पर थोडा डरे हुए थे वो तकलीफ तो मुझे भी होती है पर क्या करूं उठानी तो पड़ेगी। अगर जीत गया तो ठीक वरना शायद माफ़ी के लायक भी नही रहूँगा।।। "राहुल" #kavita