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संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु
White मातामही मातामहः ग्राम: अहं तत् क्षणं बहु मधुरं मन्ये यः ग्रामे निवसति स्म पन्थाने कृषिक्षेत्राणि,कोष्ठानि च गृहीतः, मया सः क्षणः वास्तवमेव अतीव मधुरः इति ज्ञातम्। पूर्वं यदा मम मातामही मातामहः ग्रामः अहं बाल्यकाले गच्छामि स्म, हिन्दी अनुवाद नाना नानी के गांव वो क्षण ही बड़ा प्यारा लगा करता था जो गांव में बिता करता था पगडंडी पर खेत खलिहानों का जायजा लिया जाता था, सच वो क्षण बड़ा ही प्यारा लगा करता था जब नाना नानी के गांव बचपन में जाना हुआ करता था, ©संस्कृत लेखिका तरुणा शर्मा तरु स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक नाना नानी के गांव मातामही मातामहः विधा विचार भाव वास्तविक #Trending #wellwisher_taru #Poetry #नानानानी #गांव #Nojoto #कवितावाचिका #संस्कृत #nojotohindi
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स्वलिखित सुविचार #wellwisher_taru #Trending Poetry #nojotohindi #कवितावाचिका #राधेराधे
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आज हिन्दी अनुवाद का उच्चारण करना भूल गई😔 रचना अपलोड होने के बाद याद आया पता नहीं सब उल्टा पुल्टा हो रहा है,😔 हमारी वास्तविक आवाज भाषा शैली स्वलिखित विचारानाम् गृहम् स्वरचित विचारों का आशियाना शीर्षक 👉एवं स्वकार्यं कुरुत
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स्वलिखित पंजाबी रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक तेरी अकड़ (ਤੁਹਾਡਾ ਹੰਕਾਰ) विधा ज़िन्दगी के वैचारिक भाव ਜੀਵਨ ਦੀਆਂ ਵਿਚਾਰਧਾਰਕ ਭਾਵਨਾਵਾਂ भाव वास्तविक (ਅਸਲੀ) ਪਤਾ ਨਹੀਂ ਕਿਉਂ ਮੈਂ ਜ਼ਿੰਦਗੀ ਤੋਂ ਦੂਰ ਹਾਂ
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स्वलिखित हिन्दी रचना शीर्षक अंतिम माह का माफ़ीनामा विधा मन के विचार भाव वास्तविक हुई जो अंजाने में कोई गलती या दुखा हमारे शब्दों से मन किसी का जातें साल के अंतिम माह में सभी से तरु माफी मांगती है,
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निरुत्साही =उदास,अभिसारी=प्रेमी या प्रेमिका अनुगामी= वफादारी, स्वप्न =सपने भाषा शैली स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक अपूर्ण स्वप्न विधा मन के विचार भाव वास्तविक
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हमारी स्वलिखित संस्कृत रचना हिन्दी अनुवाद सहित शीर्षक मन बाॅंवरा विधा मन के विचार भाव वास्तविक अस्तु नभो यत्र तरुस्य हृदयपक्षिणः निवसन्ति भव , हिन्दी अनुवाद
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स्वलिखित हिन्दी रचना संस्कृत अनुवाद सहित अनुवाद सहित शीर्षक विचित्रः प्रतिद्वन्द्वी . . विधा गहन विचार भाव वास्तविक
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हमारी वास्तविक आवाज शीर्षक तरु के विचार तरु के संस्कार विधा निजी व लेखन जीवन संबंधित वास्तविक विचार . . भाव
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