Nojoto: Largest Storytelling Platform

Best तलाशना Shayari, Status, Quotes, Stories

Find the Best तलाशना Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about तलाशना का पर्यायवाची, तलाशना,

  • 5 Followers
  • 4 Stories

ऋषि 'फ़क़त'

@mehfil.e.gulzar

जिनके पास सिर्फ सिक्के थे,
वो मज़े से भीगते रहे बारिश में।
जिनके जेब में नोट थे,
वो छत तलाशते रह गए। #सिक्के #मजे #भीगना #बारिश #जेब #नोट #छत #तलाशना #tanishka #mehfil_e_gulzar

Monika Hada

तलाश.. #विचार

read more
ज़िंदा हूँ मैं या नहीं आज मुझे खुद ये जानना है,
ज़िन्दगी की कशमकश में खो गई हूँ उसमे आज मुझे खुद को ही ख़ुद मे तलाशना है।

देखे थे जो सपने वो आज भी इन्ही छोटी सी आंखों में जिंदा हैं,
जाग कर यूँ रात भर आज वो सपने इन अंधेरो में तलाशना हैं।

क्यों दब गई मेरी वो मासूम हंसी, जो अनजाने ही लबों पर आ जाया करती थी,
ना कुछ खोने का डर था, ना ज्यादा कुछ पाने की ख्वाहिश थी,
थी अगर कोई ख्वाहिश तो बस पंख लगा कर अपने सपनो की छोटी सी दुनिया में खो जाने की....
बस वही सपने देखने वाली वो मासूम सी आंखे आज कहाँ खो गई मुझे ख़ुद मे ही तलाशना है।। तलाश..

Parul Sharma

मैं बादलों का जबसे घर बन गया हूँ आसमांनों का नया शहर बन गया हूँ। वो अब क्यों ढूँढता है किनारा मुझमें उसी की बदौलत तो में समंदर बन गया हूँ। मुझसे न तो,खुदा से हर इबादत में पूँछ मैं कितनी ही बार तेरा हमदर्द बन गया हूँ। तू तोड़ेगा दिल हर बार ही,मुझे है गुमां और मैं खुद को काटने वाला खंजर बन गया हूँ। #Poetry #Life #Love #Home #Motivation #Hindi #जीवन #शेर #kavishala #प्यार #Shayari #मोहब्बत #nojotoofficial #इश्क #कविता #nojotohindi #hindipoetry #शायरी #sher #nojotoquotes #परिंदे #शब्द #खामोशी #ख्वाइश #बूँद #हिन्दीकविता #मंजर #खाक #kalakash #बंजर #TST #रचना #Faiziqbalsay #दरख्त #सांझ #खिलना #तलाशना

read more
मैं बादलों का जबसे घर बन गया हूँ
आसमांनों का नया शहर बन गया हूँ।
वो अब क्यों ढूँढता है किनारा मुझमें
उसी की बदौलत तो में समंदर बन गया हूँ।
मुझसे न तो,खुदा से हर इबादत में पूँछ
मैं कितनी ही बार तेरा हमदर्द बन गया हूँ।
तू तोड़ेगा दिल हर बार ही,मुझे है गुमां
और मैं खुद को काटने वाला खंजर बन गया हूँ।
दरख्तओं  को छोड़ आ जाते है परिंदे सांझ से,
मैं खामोशियों का ऐसा मंजर बन गया हूँ।
न शब्द पनपते हैं,न ख्वाइशें खिलती हैं,
न नमी की कोई बूँद ही मिलती है,
मैं खाक- ए -दिल का बंजर बन गया हूँ।
अब दर्द तलाशते हैं तुझे ऐ " पारुल "
मैं गमों का ऐसा शायर बन गया हूँ।।
पारुल शर्मा मैं बादलों का जबसे घर बन गया हूँ
आसमांनों का नया शहर बन गया हूँ।
वो अब क्यों ढूँढता है किनारा मुझमें
उसी की बदौलत तो में समंदर बन गया हूँ।
मुझसे न तो,खुदा से हर इबादत में पूँछ
मैं कितनी ही बार तेरा हमदर्द बन गया हूँ।
तू तोड़ेगा दिल हर बार ही,मुझे है गुमां
और मैं खुद को काटने वाला खंजर बन गया हूँ।


About Nojoto   |   Team Nojoto   |   Contact Us
Creator Monetization   |   Creator Academy   |  Get Famous & Awards   |   Leaderboard
Terms & Conditions  |  Privacy Policy   |  Purchase & Payment Policy   |  Guidelines   |  DMCA Policy   |  Directory   |  Bug Bounty Program
© NJT Network Private Limited

Follow us on social media:

For Best Experience, Download Nojoto

Home
Explore
Events
Notification
Profile