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OM Prakash Lovevanshi "Sangam"
किसी दिन तुम मुझे तुम्हारे घर आए अख़बार में पाओगे। जब तुम शिक्षक बनोगे तो हो सकता हैं तुम मेरी लिखी कविता अपने बच्चों को पढ़ाओगे ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #SANGAM #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम #OM_Prakash_Lovevanshi_Sangam
OM Prakash Lovevanshi "Sangam"
Student Life घर में सब के लाडले हम, मुझे यह नहीं खाना हैं कहकर बड़ा रोब जमाते थे। सारे नखरे भूल गए शक्कर से रोटी खा जाते हैं। ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #studentlife #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम #Om_prakash_Lovevanshi_Sangam
OM Prakash Lovevanshi "Sangam"
मैं हिंदी साहित्य पढ़ने वाला लड़का हूँ, तुम इंग्लिश मीडियम वाली लड़की हो। मैं जख्मी दिल घायल वाला लड़का हूँ, तुम दवा मरहम पट्टी वाली लड़की हो। मैं पारले जी खाने वाला लड़का हूँ, तुम बटर बाईट खाने वाली लड़की हो। मैं गाय पालने वाला लड़का हूँ, तुम टॉमी घुमाने वाली लड़की हो। मैं स्पलेंडर बाइक वाला लड़का हूँ, तुम स्विफ़्ट कार वाली लड़की हो।। ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #हिंदीनोजोटो #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम #OM_Prakash_Lovevanshi_Sangam #AWritersStory
OM Prakash Lovevanshi "Sangam"
आओ दिल की बातें कर लेते हैं भारी मन कुछ हल्का कर लेते हैं ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #दिल #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम #OM_Prakash_Lovevanshi_Sangam #Health
OM Prakash Lovevanshi "Sangam"
हमको आता कहाँ है शे'र लिखना हम तो बस तुमको लिखा करते हैं ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" हमको आता कहाँ है शे'र लिखना हम तो बस तुमको लिखा करते हैं #Smile #OM_Prakash_Lovevanshi_Sangam #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम Mr. Rajkumar Lovevanshi Sunil Lovevanshi Rajesh Meena CHANDRA PRAKASH Vinod mehra
हमको आता कहाँ है शे'र लिखना हम तो बस तुमको लिखा करते हैं #Smile #OM_Prakash_Lovevanshi_Sangam #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम Mr. Rajkumar Lovevanshi Sunil Lovevanshi Rajesh Meena CHANDRA PRAKASH Vinod mehra #शायरी
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बड़ी मुश्किलों से तो भुलाया था उसको फिर कोचिंग खुली और वो सामने आ गये ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #sangam_banna #sangam_kota #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम #zindagikerang
OM Prakash Lovevanshi "Sangam"
मैं थोड़ा व्यस्त क्या हुआ वो मुझको "फरेबी" समझ बैठे मैंने जब उनको याद किया तो वो मुझको "मतलबी" समझ बैठे ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #sangam_banna #sangam_kota #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम #zindagikerang
OM Prakash Lovevanshi "Sangam"
"जरा इस तरह सोचों" जिसे हम पाना चाहते हैं,जिसे हम लाइक करते हैं, उससे हम महोब्बत करते हैं,प्यार करते हैं,इश्क़ करते हैं! हर वक़्त उसी में डूबे रहते हैं,दिन-रात उसे याद करते हैं, उससे बढकर कोई नहीं होता हैं,हमारी लाइफ में.......! जब हम प्यार करते हैं तो पॉजिटिव एटीट्यूड रखते हैं, अब जरा इस तरह सोचों....... हमारी स्टडी भी तो हमारा लाइफ टाइम साथ देगी, ये REET भी तो हमारी जिंदगी सँवारेगी, क्यों न इसी से महोब्बत कर ले,इसी को सारा वक़्त दे! इसकी आशिक़ी में खो जाये,इसकी चाहत भर ले दिल में, इसे ही अपनी दीवानी बना लें इसकी दीवानगी में खो जाये! अपना पॉजिटिव एटीट्यूड,पॉजिटिव एनर्जी सब लगा दे! एक दिन ये तुम्हारी हो जायेगी और जिंदगी बदल जायेगी! ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #Motivation #sangam_kota #sangam_banna #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम #Reet_exam #Books Sunil Lovevanshi Rajesh Meena CHANDRA PRAKASH
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'बचपन वाले खेल' हम जो गुड्डे गुड़ियों वाला खेल खेलते थे सारे रिश्ते -नाते निभाते थे, गुड़ियों की सगाई फिर उनकी शादी वाली धूम, गीत,नृत्य,सजावट सब होता था, बारात आना फेरे करवाना और दुल्हन को विदा करने वाला दृश्य सब के सब याद है मुझे दुल्हन का रूठना पीहर को आना, फिर उसे मनाना। सारा खेल अब भी वैसा का वैसा ही याद है, बहुत याद आता है बचपन।। ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम #sangam_kota #sangam_banna #SAD
OM Prakash Lovevanshi "Sangam"
"तुम्हारे हिस्से की चाय" तुम्हारे हिस्से की चाय अब मैं ही पी लेता हूँ। अब तुमसे न बात होती है, ना चाय पर मुलाकात होती है। पर हाँ,तुम्हारे हिस्से की चाय तो अब भी बनती है। यूं तन से तो तुम दूर हो सकते हो लेकिन मन से दूर होना इतना आसान थोड़े हैं। प्रेम में कुछ अनबन हो सकती है लेकिन दूर होना ही तो केवल उसका हल नहीं है हिज्र में हश्र क्या होता है? तुम कहाँ समझ पाए हो इसको तुमको तो बस गलतियाँ निकालना आता है। चाय पर तुम तो नहीं होते हो मेरे साथ लेकिन तुम्हारे हिस्से की चाय आज भी टेबल पर होती है, और तुम्हारे गुलाबी होठों से छूने का इंतजार करती है। हाँ, मुझे लगता है कभी इंतजार खत्म होगा, फिलहाल तो तुम्हारे हिस्से की चाय अब मैं ही पी लेता हूँ...।। ©OM Prakash Lovevanshi "Sangam" #sangam_kota #sangam_banna #ओम_प्रकाश_लववंशी_संगम #still