Find the Best उग Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about दिल उगला नाल बनाना, उगता सूरज कविता, उगाई जाती, उगाई जाए, उग्रसेन सिंह,
Sunita Sharma
आपके लिए मेरे फ्रेंडस ©Sunita Sharma #चाँद #उग # गालो #सूरज
Ehtesham Ahmad
मैं घास हूँ मैं आपके हर किए धरे पर उग आऊंगा चाहे बम फेंक दो विश्वविद्यालयों पर बना दो होस्टलों को मलबे का ढेर चाहे सुहागा फिरा दो हमारी झोपड़ियों पर मेरा क्या करोगे? मैं तो घास हूँ हर चीज पर उग आऊंगा #inqalabipoetry
Bhairav Prakash
कहीं पढ़ा था- "बो देना प्रेम नहीं है। उग आना प्रेम है" और मैं कह आया– "बो देना या फिर उग आना प्रेम है या नहीं ये तो मैं नहीं जानता। बस इतना जानता हूँ उस उग आये पौध को सींचते रहना ही प्रेम है!" ~ #सच्चाप्रेम
राजेश राजेश
कटो मे फड फूल उसे उठ उग कैसे कटो में पड फूल उसे उठ उग कैसे सामने लडकी हैं उसे पटाऊ कैसे
राजेश राजेश
कटो मे फड फूल उसे उठ उग कैसे कटो में पड फूल उसे उठ उग कैसे सामने लडकी हैं उसे पटाऊ कैसे
overthinkermanisha
उगना है तो बंजर पे उग, नमी पा कर तो घास भी उग जाती हैं life line
life line
read moreआकाश चारण
थार घास से महरूम जरूर है किन्तु कविताओं से नहीं इसीलिए आज भी थार में अपनेपन की खुशबू है जो चहुँओर बिखर रही है आकाश चारण "अर्श" मुझे इसका क़तई इल्म नहीं कि कविता कैसे लिखी जाती है आखिर कैसे कोरे कागज पर कुछ लकीरें उकेरी जाती है मुझे इसका क़तई इल्म नहीं है लेकिन फिर भी मैं लिखता हूँ या लिखने की कोशिश करता हूँ क्योंकि मैं जान चुका हूँ
मुझे इसका क़तई इल्म नहीं कि कविता कैसे लिखी जाती है आखिर कैसे कोरे कागज पर कुछ लकीरें उकेरी जाती है मुझे इसका क़तई इल्म नहीं है लेकिन फिर भी मैं लिखता हूँ या लिखने की कोशिश करता हूँ क्योंकि मैं जान चुका हूँ
read moreDivyansh Pathak
I don't use to fall in love क्यों की हिंदी में प्रेम प्रकट होता है , जैसे घास उग आती है ,सतह पर उसी तरह प्रेम भी उग जाता है , घास को नोचो तो वो फि उग आएगा इसी तरह प्रेम भी हमेशा ,उग जाता हर नोचने वाले ,नोचते रहते है ,जड़ो के साथ #hindi #love #shayari #urdu #poetry #india #quotes #sad #urdupoetry #hindiquotes #follow #hindipoetry #shayar #lovequotes #hindishayari #like #bollywood #shayri #instagram
Mo k sh K an
बरसातों में वो फूल पत्थर की दीवारों पर उग आते थे जैसे की कोई ज़िद हो गुच्छों में पिरोयी ज़िन्दगी की तरह रंगों से भरे छोटे छोटे से वो जंगली फूल बस मुस्कुराते थे और कुहास की पेशानी पर रंग रौशन किया करते थे छोटे छोटे से वो जंगली फूल जिनका ना कोई नाम था ना कोई नामलेवा ना कोई निमित्त और जो बस बिना किसी वजह के पत्थरों की दीवारों पर उग आते थे जैसे की कोई ज़िद हो #NojotoQuote जैसे कि कोई ज़िद हो #kavishala #hindinama #tassavuf #mikyupikyu #love #skand
जैसे कि कोई ज़िद हो #kavishala #hindinama #tassavuf #mikyupikyu #Love #skand
read moreDurga Bangari
मखमल सी जमी पर,कुछ ख्वाहिशें उग आई न इनको आबो-जमी डर न मेरी ख्वाहिशों को मुफ़्लसी का बस वक्त बेवक्त उग आती है...