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Best मारकर Shayari, Status, Quotes, Stories

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pooja d

इसलिये रो कर मैं अपने
आंसू भी जाया नहीं करना चाहती..... #मारकर #प्रताड़ना #yqdidi #yqbaba #bestyqhindiquotes #yqhindi #rachna  #YourQuoteAndMine
Collaborating with Rachna Taunk

Nisha Sharma

उलझाया हैं हमें
पर समझाया भी बहुत हैं
डांटा हैं बेहिसाब हमें
पर "प्यार" जताया भी बहुत हैं
हमारे "फीके" से कागज पर.... खुशियों का "रंग" खेल खेल में भरवाया हैं
कई बार हमारे बेतुके सवालों से तंग आकर हमसे पीछा भी छुटवाया हैं
धक्का मारकर तो धक्का मारकर ही सही कम से
 कम आगे तो बढाया हैं
है "गुरूदेव" आपने हमें जीवन का मतलब बखूबी समझाया हैं
हाँ "chemistry" की 'mistry' मैं बहुत बार उलझा कर ..."physics" के 'laws' को हमसे ही 'prove' करवाया है
"Bio" की नलियों में घूमना सिखाया है
पर कम से कम आगे तो बढाया हैं
है "गुरूदेव" आपसे जो कुछ भी सीखा
उसने ही हमें सफल बनाया है #happyteachersday

Mohabbat ka qissa

पत्थर #Shayari

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पत्थर मारकर पत्थर
गिराने वाला खेल तो बचपन मे खेलते थे
यहा असल ज़िन्दगी में तो 
पत्थर से लोगो को मारकर 
गिराया जाता है पत्थर

Rahul Ratan

#BachpanKeSapne बचपन में ऐसा ही कुछ सोचा करता था #कविता

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बचपन के सपने सच नहीं हुए अपने 
शक्तिमान जैसा बनना था
 किलविश को मारकर इस 
दुनिया को बदलना था...।
उस समय इंसानियत भी 
खतरे में पड़ गई थी 
अंधेरा कायम रहेगा बोला करता था 
उसे मारकर मुझे इस दुनिया में 
उजाला करना था...। #BachpanKeSapne 
बचपन में ऐसा ही कुछ सोचा करता था

Sanju Tiwari

क्योंकि मैं अपने घर का बड़ा बेटा हूँ

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अपने सभी सपनो को मारकर मैं
अपने माँ बाप के सपनो में जींता हूँ,
क्योंकि मैं घर का बड़ा बेटा हूँ।
मेरे माँ बाप ने मेरी हर जरूरते पूरी की
लेकिन उन्हें ये नही पता की मैं 
हर रात अपनी इक्च्छाओं को मारकर लेटा हूँ 
क्योंकि मैं घर का बड़ा बेटा हूँ।
मेरे ख्वाब तो मेरे माँ बाप ने बुने है 
मैंने तो केवल उसे सुने है और उन्हें ही अपना सपना माना है,
अपने सभी इक्च्छाओं को किसी डायरी की पन्नो में समेटा हूँ
क्योंकि मैं घर का बड़ा बेटा हूँ । क्योंकि मैं अपने घर का बड़ा बेटा हूँ

Anil Siwach

|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 9 || श्री हरि: || 7 - सब में भगवान 'हम कहाँ जा रहे हैं?' सभी के मन में यही प्रश्न था। सभी के मुख सूख गये थे। वे दुर्दान्त, निसर्गतः क्रूर दस्यु, जिन्होंने कभी किसी की करुण प्रार्थना एवं आर्त चीत्कार पर दया नहीं दिखायी, आज़ इस समय बार-बार पुकार रहे थे - 'या खुदा! या अल्ला!' दस्युपोत था वह। उन्होंने रात्रि के अन्धकार मॅ सौराष्ट्र के एक छोटे ग्राम पर आक्रमण किया। बडी निराशा हुई उन्हें। पता नहीं कैसे उनके आक्रमण का अनुमान ग्रामवासियों ने कर लिया था। पूरा ग्राम

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|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 9

|| श्री हरि: ||
7 - सब में भगवान

'हम कहाँ जा रहे हैं?' सभी के मन में यही प्रश्न था। सभी के मुख सूख गये थे। वे दुर्दान्त, निसर्गतः क्रूर दस्यु, जिन्होंने कभी किसी की करुण प्रार्थना एवं आर्त चीत्कार पर दया नहीं दिखायी, आज़ इस समय बार-बार पुकार रहे थे - 'या खुदा! या अल्ला!'
दस्युपोत था वह। उन्होंने रात्रि के अन्धकार मॅ सौराष्ट्र के एक छोटे ग्राम पर आक्रमण किया। बडी निराशा हुई उन्हें। पता नहीं कैसे उनके आक्रमण का अनुमान ग्रामवासियों ने कर लिया था। पूरा ग्राम

Anil Siwach

|| श्री हरि: || 7 - सब में भगवान 'हम कहाँ जा रहे हैं?' सभी के मन में यही प्रश्न था। सभी के मुख सूख गये थे। वे दुर्दान्त, निसर्गतः क्रूर दस्यु, जिन्होंने कभी किसी की करुण प्रार्थना एवं आर्त चीत्कार पर दया नहीं दिखायी, आज़ इस समय बार-बार पुकार रहे थे - 'या खुदा! या अल्ला!' दस्युपोत था वह। उन्होंने रात्रि के अन्धकार मॅ सौराष्ट्र के एक छोटे ग्राम पर आक्रमण किया। बडी निराशा हुई उन्हें। पता नहीं कैसे उनके आक्रमण का अनुमान ग्रामवासियों ने कर लिया था। पूरा ग्राम जन शुन्य था। भवनों के द्वार खुले पड़े थे। #Books

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|| श्री हरि: ||
7 - सब में भगवान

'हम कहाँ जा रहे हैं?' सभी के मन में यही प्रश्न था। सभी के मुख सूख गये थे। वे दुर्दान्त, निसर्गतः क्रूर दस्यु, जिन्होंने कभी किसी की करुण प्रार्थना एवं आर्त चीत्कार पर दया नहीं दिखायी, आज़ इस समय बार-बार पुकार रहे थे - 'या खुदा! या अल्ला!'
दस्युपोत था वह। उन्होंने रात्रि के अन्धकार मॅ सौराष्ट्र के एक छोटे ग्राम पर आक्रमण किया। बडी निराशा हुई उन्हें। पता नहीं कैसे उनके आक्रमण का अनुमान ग्रामवासियों ने कर लिया था। पूरा ग्राम जन शुन्य था। भवनों के द्वार खुले पड़े थे।

Anil Siwach

11 - खीझ || श्री हरि: || #Books

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11 - खीझ 
 || श्री हरि: ||


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