Find the Best बतला Shayari, Status, Quotes from top creators only on Nojoto App. Also find trending photos & videos about मुझमे कितने राज़ है बतलाऊ क्या, एक वाक़िअ बतलाता हूँ, एक वाक्य बतलाता मिलकर, बतलाई हो, बतलाए जाने जा,
Maneesh Ji
मतवाली आँखें शौंख़ - ए - मतवाली आँखों का खंजर यूँ ना चला क्या कसूर हैं मेरा ज़रा यें तों बतला Shokh E Matwali Aankho Ka Khanjar Yu Na chala Kya Kasoor Hai Mera Jara Ye To Batla - MERI SHAYARI MERI DASTAAN #शौंख़ - ए - #मतवाली #आँखों का #खंजर यूँ ना #चला क्या #कसूर हैं मेरा #ज़रा यें तों #बतला #Shokh - E - #Matwali #Aankho Ka #Khanjar Yu Na #chala Kya #Kasoor Hai Mera #Jara Ye To #Batla
तन्हा
राष्ट्रपिता इस राष्ट्र के हो तुम , अहिंसा के संसार हो सत्य , अहिंसा और प्रेम का , एक सत्य पुकार हो भारतवर्ष आजाद रहे सर्वथा , तुम्हारा यह सपना साकार हो तुम मेरे स्वपन हो , मेरी भाषा , मेरे सत्य विचार हो पर इतना बतला दो बापू , क्या भगत सिंह की फांसी का तुम भी जिम्मेदार हो...??? मैं समाज के कुछ लोगों से यह सुनता आया हूं।कि गांधीजी चाहते तो भगतसिंह की फांसी रुक सकती थी। क्या आप भी यही मानते हैं? मैं इस प्रश्न का उत्तर आप सभी से पूछता हूं मेरी नजरों में बापू ऐसा नहीं थे आप क्या सोचते हैं। #राष्ट्रपिता इस #राष्ट्र के हो तुम , #अहिंसा के #संसार हो #सत्य , #अहिंसा और #प्रेम का , #एक #सत्य #पुकार हो #भारतवर्ष #आजाद रहे #सर्वथा , #तुम्हारा यह #सपना #साकार हो #तुम मेरे #स्वपन हो , मेरी #भाषा , मेरे #सत्य #विचार हो
मैं समाज के कुछ लोगों से यह सुनता आया हूं।कि गांधीजी चाहते तो भगतसिंह की फांसी रुक सकती थी। क्या आप भी यही मानते हैं? मैं इस प्रश्न का उत्तर आप सभी से पूछता हूं मेरी नजरों में बापू ऐसा नहीं थे आप क्या सोचते हैं। #राष्ट्रपिता इस #राष्ट्र के हो तुम , #अहिंसा के #संसार हो #सत्य , #अहिंसा और #प्रेम का , #एक #सत्य #पुकार हो #भारतवर्ष #आजाद रहे #सर्वथा , #तुम्हारा यह #सपना #साकार हो #तुम मेरे #स्वपन हो , मेरी #भाषा , मेरे #सत्य #विचार हो #जिम्मेदार #बतला
read moreNiharika "अल्फाज़ "
क्यु खफा हु यु खुदसे मै ये बात मुझे तु बतला दे.... क्यु मुझसे नाराज़ है तु ये राज़ मुझे तु बतला दे... क्यु है खोयेसे अल्फाज़ तेरे इन अल्फाज़ो कभी तो तु जतला दे... सामने ही खड़ी हु मै तेरे, तु होठो से ना सही आँखों से तो बतला दे... खफा
खफा
read morePrajwal A Wankhede
#OpenPoetry बतला देना! 'गर' तुम्हे इस 'गरिबी' से काेई एेतराज है, ताेह बतला देना. काेई 'अमीर' बाजार में बिकता हाेगा, ताेह बतला देना. कि जिंदगी के कुछ 'पहेलू' एैसी ही है, 'गर' मंदिर में खिलाने वाला 'फकिर' मिले ताेह बतला देना. #poetry #shayari #love #quote #thewriterjourney #writer
poetry shayari love quote thewriterjourney writer
read moremiss_qamar_aadeez
कौन सही है और कौन गलत सब वक़्त बतला देता है। कौन अपने हैं और कौन पराये सब वक़्त बतला देता है। कौन आपको मुसीबत में साथ देगा और कौन मुसीबत में छोड़ जाएगा सब वक़्त बतला देता है। सब वक़्त वक़्त की बात है बस वक़्त आने पर सब मालूम हो जाता है।
Aditya Agrawal
लिख कर दिखा तो सही अपनी इत्र भारी खुशबुओं को महका तो सही समंदर जैसा गहरा तो नही.. पर अपनी गहरी घटा पर छुपा तो सही खौफ दूर है तो सही लेकिन आगे बात बढ़ा तो सही गुलज़ार सी कहानी पढ़ी मैंने कुछ नज्म सुना तो सही कहानी पुरानी ही सही पर बात आगे बढ़ा तो सही आंखों से अंशू झलके तेरे इसका क्या मतलब जरा बतला तो सही समन्दर जैसा गहरा राज इसमें मुझे डुबा तो सही कहानी एक नही अनेक हो सही पर तेरा आशिक़ कौन ये ज़रा बतला तो सही।.... कुछ लिखू..!
कुछ लिखू..!
read moreAnurag Chaurasia
दिल की बाते तू समझा जा कुछ वादों का मतलब तू बतला जा कुछ जख्मों पे मरहम तू लगा जा मेरे उजड़े बगीचे को तू महका जा आज तू मिलने आ जा..... दर्द ए दिल की दवा तू बतला जा तुझ बिन कैसे जीना है तू सीखला जा तुझे पाने की राह मुझे तू दिखला जा तुझ बिन जिंदगी का मतलब तू बतला जा आज तू मिलने आ जा..... खुली आँखों से सपना देखना तू सीख ला जा हर हाल में मुझे जीना तू सीख ला जा मेरी खोई हुई मुस्कान तू लौटा जा जिंदगी के जुगनू तू चमका जा आज तू मिलने आ जा... सभी बंधन को तोड़ के मेरे साथ बंधने आ जा आँखों से तू कुछ कह जा दिल को थोड़ा दिलासा दे जा लबों से छू कर मदहोश मुझे कर जा तेरी जिंदगी का एक-एक पल मेरे नाम कर जा राहे लंबी पड़ गयी है मेरी अब साथ निभा जा आज तू मिलने आ जा आज तू मिलने आ जा Vandana Bisht Devakee Satyaprem Internet Jockey Kamal Joshi #Anuragchaurasia
Vandana Bisht Devakee Satyaprem Internet Jockey Kamal Joshi #Anuragchaurasia
read moreofficialtanu00
Republic day quotes in hindi साथी घर जाकर मत कहना, संकेतो में बतला देना। यदि हाल मेरी माता पूछे तो, जलता दीप बुझा देना। इतने पर भी ना समझे तो, दो आंसू छलका देना।। यदि हाल मेरी बहना पूछे तो, सूनी कलाई दिखला देना। इतने पर भी ना समझे तो, राखी तोड़ दिखा देना।। यदि हाल मेरी पत्नी पूछे तो, मस्तक तुम झुका लेना। इतने पर भी ना समझे तो, माँग से सिन्दूर मिटा देना।। यदि हाल मेरे पिता पूछे तो, हाथों को सहला देना। इतने पर भी ना समझ तो, लाठी तोड़ दिखा देना।। यदि हाल मेरा बेटा पूछे तो, सर उसका सहला देना। इतने पर भी ना समझ तो,सीने से उसे लगा देना। यदि हाल मेरा भाई पूछे तो, खाली राह दिखा देना। इतने पर भी ना समझ तो, सैनिक धर्म बता देना।। साथी घर जाकर मत कहना, संकेतो में बतला देना। #NojotoQuote Bharat Mata ki jai
Bharat Mata ki jai
read moreMoh Ashraf Khan
मेरे सारे अपने छूट गए है मेरी एक मजबूरी से कोई तो हो जो मेरी कमजोरी उनको बतला दे मेरी भी कुछ मजबूरी थी कोई उनको समझा दे थक गया हूं हार गया हूं अपने ही कुछ अपनों से कोई तो उनको समझा दे मेरी भी कुछ मजबूरी है तुमने अपने दिल की बात मुझको कभी ना बतलाई किस तरह मै समझू तुझको कोई तो मुझको समझा दो हर बार एक नया झूठ तुम मुझसे बोला करती हो ये झूठ बोलने की वाजे क्या है तुम्हारी कोई तो मुझको बतला दो मै ने अपना सब कुछ छोड़आ तुम्हारे खातिर अब क्या ये दुनिया छोड़उं दू कोई तो उनको समझा दो आज भी आे राहें सुनी पड़ी है तुम्हारे इंतजार में केसे गुजरें उस रास्ते से मै अकेला कोई तो उनको समझा दो #NojotoQuote तुम हो ना हो मुझको फर्क नहीं पड़ता मेरे सारे अपने छूट गए है मेरी एक मजबूरी से कोई तो हो जो मेरी कमजोरी उनको बतला दे मेरी भी कुछ मजबूरी थी कोई उनको समझा दे थक गया हूं हार गया हूं अपने ही कुछ अपनों से कोई तो उनको समझा दे मेरी भी कुछ मजबूरी है तुमने अपने दिल की बात मुझको
तुम हो ना हो मुझको फर्क नहीं पड़ता मेरे सारे अपने छूट गए है मेरी एक मजबूरी से कोई तो हो जो मेरी कमजोरी उनको बतला दे मेरी भी कुछ मजबूरी थी कोई उनको समझा दे थक गया हूं हार गया हूं अपने ही कुछ अपनों से कोई तो उनको समझा दे मेरी भी कुछ मजबूरी है तुमने अपने दिल की बात मुझको
read moreAnil Siwach
|| श्री हरि: || सांस्कृतिक कहानियां - 9 || श्री हरि: || 12 - अर्थार्थी 'बेशर्म कहीं का' सरदार की आखें गुस्से से लाल हो गयी। फड़कते ओठों से उन्होंने डांटा। 'पासमें तो महज एक बूढा ऊँट है ओर हिम्मत इतनी।' 'कसूर माफ हो।' अरब अपमान सह नहीं सकता। अगर उसे रोशन का खयाल न होता तो तेग बाहर चमकती होती। लेकिन वह समझ नहीं सका था कि उसने गलती क्या की है। आखीर वह काना-कुबड़ा नही है। बदशकल भी नहीं है ओर कमजोर भी नही है। अरब न तो रोजगार करता और न खेती। किसी नखलिस्तान की चढ़ाई में वह भी दुशमन से आधे दर्जन ऊँट
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