यध्यपी मैंने अपना एक अलग सा ही प्रसन्न संसार विकसित कर लिया है लेकिन मेरी यह प्रसन्नता आदिम संस्कारो से ग्रसित है इसलियेज़ब भी मेरे मस्तिष्क मे तनाव और अवसाद ग्रस्त विचार उठते है तो मेरी प्रसन्नता झल्लाहट और उदासी मे रूपांतरित हो जाती है ©Parasram Arora रूपांतरण