स्त्री को बिना शर्त के प्रेम किया जाता लेकिन एक पुरुष को तभी प्रेम किया जाता है जब वो समाज मे अपना वज़ूद तय करे अर्थशास्त्र हमेशा प्रेम शास्त्र पर भरी पड़ा है ©chandni Stree ko bina sart k prem kiya jata hai Lekin ak purush ko tabhi prem kiya jata hai Jab vo samaj me apna vajood Tay karta hai