Read in caption ©chandni अर्ज किया है.... तेरे नाम एक नज्म लिख रही हूँ,मैं अपनी सारी रातें और सारा सबेरा तेरे नाम लिख रहीं हू, कुछ याद नहीं अब तेरे मिलने के बाद... मैं अपनी सारी ख्वाहिशे तेरे नाम कर रहीं हू... दर्द मे जो दावा बन जाए वो खास औषधी हो तुम...मेरे प्रीत की पूरी संगीत हो तुम.... बस आरजू इतना है... जब मेरी मयैत होगी... तुम मेरे करीब आना... मेरे दिल के थोड़ा समीप जाना... सुन ना मेरी धङकने... वो आख़िरी वक़्त भी तेरा ही नाम लेंगी...बस जो मेरी कलम लिख ना पाए इतनी मोहब्बत है तुमसे.... जो दिल से रूह तक ले जाता है