जीवन की भाग दौड़ में क्या खोया, क्या पाया कभी किसी ने हंसाया कभी किसी ने रुलाया जिम्मेदारियों ने जगाया सपनो ने दौड़ाया परिवार का प्यार मित्रो का दुलार कभी कभी शिकायतों का बड़ा सा अंबार हर साल इक सूरज ढलता रहा जीवन चक्र यूंही चलता रहा जीवन की भाग दौड़ में क्या खोया, क्या पाया ©Rajesh Sharma Dadhich #akelapan जीवन के भाग दौड़ में