गम अपना बतला भी दूँ तो, तुम इस गम को क्या मानोगे ! आँसू से सूखी आंखों का, क्या तुम रोना पहचानोगे ! ©✍-लफ्ज़-ए-राज़ गम अपना बतला भी दूँ तो, तुम इस गम को क्या मानोगे । आँसू से सूखी आंखों का, क्या तुम रोना पहचानोगे । #लफ्ज़_ए_राज़ #sad_shayri