बेशक बढ़ जाये तल्खियाँ साहब दिल में थोड़ी सी नरमियत की ख्वाहिश रखो, कभी होना पड़े रुबरु तो मिला सको नजर रिश्तों में कम से कम इतनी गुंजाईश रखो। #शून्य #पवित्ररिश्ता #कुछअनकहासा #तल्खियाँ #गुंजाईश #अनुत्तरित_प्रश्न #yqhindi #वादाकियाथा