रौशनी को घेरे हुआ था अंधेरों का साया था ये कोई क़रीना या कोई मोह-माया सहमा तो था पर निगाहें ग़ैज़ भरी थीं ज़रूर अपने अंदर वो वलवला समेट लाया क़रीना= क़ियास/presumption । ग़ैज़= ग़ुस्सा/anger । वलवला= आक्रोश Thanks for Inviting bro 🤗🤝💐 Koshish ki hai choti si.. hope u like it😇 मुकम्मल इश्क़ 🍁🍁 #yourquotebaba #love #life #pain #brokensoul #vaseemakhthar #kamranzafar #YourQuoteAndMine Collaborating with Kamran Zafar