प्रेम में डूबी हूं मैं, आलिंगनमय प्यार। करूणाकर कृपा करो, मुझसे कर इकरार।। मुझसे कर इकरार, काजल आँखों का कहे। सुनो मेरी पुकार, बेचैन हैं कमल नैन।। मांगे *वसु* वरदान, अधर सजूँ मुरली हेम। तज रूप मोह शान, रम जाऊँ गोपाल प्रेम।। Dr Vassundhara Rai प्रेम में डूबी हूं मैं, आलिंगनमय प्यार। करूणाकर कृपा करो, मुझसे कर इकरार।। मुझसे कर इकरार, काजल आँखों का कहे। सुनो मेरी पुकार, बेचैन हैं कमल नैन।। मांगे *वसु* वरदान, अधर सजूँ मुरली हेम। तज रूप मोह शान, रम जाऊँ गोपाल प्रेम।। Dr Vassundhara Rai