“रिश्तों को ओढे रखने के लिए बहुत कुछ बर्दाश्त करना पड़ता है. अपनों को साथ रखने के लिए कभी अंधा, कभी गूँगा तो कभी बहरा भी बनना पड़ता है. 🤔निशीथ🤔 “#रिश्तों को ओढे रखने के लिए बहुत कुछ बर्दाश्त करना पड़ता है. अपनों को