["कर्तव्य के धनी"] "क्यों इनके ही जीवन में यह कर्तव्य है छपा है क्या कहीं कि यह इनका ही कर्तव्य है" " इनका भी अस्तित्व है इस धरती पर वरना कौन तैयार होता अपने अस्तित्व को मिटाने पर" " हर समय करने में लगे हैं, हर मानव संसाधन को साफ बिना यह सोचे कहीं हो ना जाए इनकी मौत, इनको करने में साफ" " सफाई करते समय रखते है,खुद को सुरक्षित जो बैठे हैं घर में अंदर कर रहे हैं उनको सुरक्षित" " बड़ा हिस्सा है यह इस जंग के अधूरी होती वरना लड़ाई , इस जंग में" "फरिश्ते हैं यह इस इंसानी दुनिया के अगर यह इंसान होते, तो मिल जाते इंसानी दुनिया में" "शायद ,नहीं रहेगा लोगों को याद इस जंग का यह हिस्सा पर क्या हो पाएगी यह जंग पूरी बिना इस हिस्से के" [" याद करो वह धारा 15 1950 को ना धर्म, ना जात पात, सम्मान है नागरिकता सबको"] By-Lata Sahu #Salute_Of_Our_All_Works🙏 #Think_Deep_Guys👍 #Articel_15🇮🇳