कोशिशें जारी हैं आज भी झांकने की उसके नैन दरीचे में बस एक बार ही सही यारों वो पलकों का पर्दा तो हटाये। नजारा उस दिल के कमरे का बस एक बार नजर तो आये। ठंढ़ी हवाओं के झोंकों संग सांसों में मैं उसके घुल जाऊंगा। एहसासों के उन लम्हों को मैं मीठी यादों में सजाऊँगा। सांसों की गर्माहट लिये संग जिंदगी बना उसे लौट आऊंगा। ©अलका मिश्रा ©alka mishra #WINDOWQUOTE