"" चमकते सितारों सा हमारा प्रयास होता पर क्या करें, चमक का भी अब हिसाब होता मेहनत में कमी नहीं कोई दिन रात बस सच्चा प्रयास होता फिर भी मेहनत का हिसाब बहुत कम होता मेरे ख्यालों का पुलिंदा पेन कागज़ के आधार से होता पर ख्यालों का गुलिस्तां जनता के सोच से सजता लिखती तो दिन रात हूं ना जाने कितनो को मेरा लिखना जोश भरता कोई समझता तो कोई आगे बढ़ने की चाह दे देता चमकते सितारों सा हमारा प्रयास होता पर क्या करें ,चमक का भी अब हिसाब होता ।।,"" कंचन यादव #StarsthroughTree #हमारी_कलम_से