आपका सौदा है बहुत घाटे का, हमें सुरक्षित घर पर ही रहना है, नहीं है लोभ,चांवल और आंटे का, देते हो मुट्ठी भर अनाज,खींचते हो फोटो, घर पर रूखी सूखी रोटी खा लेंगे, हमें नहीं है शौक,आलू परांठे का, लेते हो श्रेय,हमारी इज्जत नीलाम करके, छपती है अखबार में फोटो,हौल होता है चांटे सा, हम गरीब हैं तो क्या हुआ,हमारी भी अना है, नहीं चाहिए राशन,इज्जत की खातिर, ये प्रचार पाने वालो,फोटो खींचना मना है, photo खींचना मना है,