अमोघ अंधेरों मे सरकते हुए ज़ब मै पहुंचा था उस पार मैंने पाया मेरी हसरतें बहुत ज्यादा थीं और वक़्त काफी कम था सताया हुआ मन और तपा हुआ तन लेकर ज़ब मै परंरागत मार्ग पर चल पढ़ा तो एक निर्जीव सी पुनरावृति का आभास सा होने लगा था बस फिर मै टूटने लगा और टूट कर बिखर गया था #निर्जीव पुनरावृति......