Nojoto: Largest Storytelling Platform

मेरे अरमानो का ज़नाज़ा आज निकल गया है अब मचलने के ल

मेरे अरमानो का ज़नाज़ा  आज निकल गया है
अब मचलने के लीये नहीं रहा कोई खिलौमा हमारे पास

जीते जी धकेल दिया  लोगो ने मुझे कब्र मे
दम अभी निकला नहीं  था पर  कुछ साँसे अभी भी थी बाकी मेरे पास

वो लोग कोई और रहे होंगे जिनके कोयले चंदन बने. थे
तज़ुरबो क़ो पिघलाने के लिए नहीं थी कोई आंच हमारे पास

©Parasram Arora अरमानो का ज़नाज़ा
मेरे अरमानो का ज़नाज़ा  आज निकल गया है
अब मचलने के लीये नहीं रहा कोई खिलौमा हमारे पास

जीते जी धकेल दिया  लोगो ने मुझे कब्र मे
दम अभी निकला नहीं  था पर  कुछ साँसे अभी भी थी बाकी मेरे पास

वो लोग कोई और रहे होंगे जिनके कोयले चंदन बने. थे
तज़ुरबो क़ो पिघलाने के लिए नहीं थी कोई आंच हमारे पास

©Parasram Arora अरमानो का ज़नाज़ा