मे खुद के लिए एक अच्छा वकील बन गया । ओरो के लिए एक अच्छा जज बन गया ।। वारे जिन्दगी तू भी क्या कमाल करती है... मे खुद सही इस भम मे मेने खुद को छिपा दिया । आगे वाला गलत है ये दुनिया को बता दिया ।। poetry jyoti khandelwal. Sirohi jyoti khandelwal