ये तो सच है कि मनुष्य अब पशु नहीं है लेकिन क्या यह भी सच है कि मनुष्य अब मनुष्य हो गया है? क्योंकि पशु होना तो अब आतीत की घटना हो गई है.....और परमत्मा होना अब मनुष्य के लिएभविष्यकी सम्भावना बन गई है...... यही है मनुष्य का तनाव और संताप. कि वो मनुष्यता के बिना मनुध्य बनने की चेष्टा कर रहा है ©Parasram Arora मनुष्य और मनुष्यता #Teachersday