Nojoto: Largest Storytelling Platform

(शीर्षक --परछाई मां बाप की।) हमारे कुछ ख्वाब अधूरे

(शीर्षक --परछाई मां बाप की।)
हमारे कुछ ख्वाब अधूरे हैं,
पर ये लगते न जाने क्यूं पूरे हैं
तमाम शिकायतें जोड़ी उनसे
हरएक का पट्टी मरहम हुआ

खुश रहते हैं ये सोचकर 
बचपन का न कुहराम हुआ 
बीती भले कठिनाईयों से राह
पर मात पिता संग यह एक
नया जुझारू व्यायाम हुआ ।।

डगर कठिन है तो क्या
मां के आंचल में आराम हुआ।
कदम कदम पर मिला अदम्य साहस
पिता का सहयोग प्यार दुलार मिला
और प्रकृति का अपेक्षित उपकार हुआ ।।

©Shilpa yadav
  #yogaday  #परछाई#मांबाप#आंगनकीखुशबू#स्नेह#दुलार PRIYANK SHRIVASTAVA 'अरमान' Shahab V.k.Viraz Vishalkumar "Vishal" Priya Gour