ये भैंस भी जानती थी क़ि इतिहास तुम्हारा वीभत्स रहा हैँ और ये आने वाली पीड़ी को भृमित कर सकता हैँ.......... तभी तो वो भैंस उस इतिहास क़े पन्ने चबा गई और अभी तक जुगाली करती हुईं उन पन्नो क़े ऱस का पूरा आनंद ले रही हैँ और देखो वो कितनी खुश भी दिखाई दे रही हैँ इसप्रकार उस भैंस ने मानव क़े इतिहास को चबा चबा कर अपने विशाल पेट मे समाधिस्थ कर लिया हैँ मानवीय इतिहास....... और जुगाली भैस की