और वो नज़रें जो हर चेहरे पर उठती हो हर साये मर मुड़ती हो फिर उनका इंतज़ार क्या करना अब इकतरफ़ा हैं तो इकतरफ़ा ही सही यू अपने इश्क़ का तमाशा हर बार क्या करना #पगली लड़की की क़लम से #नज़रे और किरदार पाबंद अच्छे लगते हैं, किसी एक शक़्स के,एक ही शय के ©ashita pandey बेबाक़ #lonely_quotes