पल्लव की डायरी पढ़ाई लिखाई को नजर लगी है होनहारों के भविष्य में आग लगी है उलट पुलट सब बस्ते किताबे उनकी जिंदगी में जंग लगी है फीस जमा कर करके अभिभावकों की जेब कटी है सिस्टम की लाचारी देखो अब तक कोई ठोस कदम नही बना है लगता है सियासतों ने कोरोना महामारी में पूरा देश अस्त व्यस्त किया है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" फीस जमा कर करके अभिभावकों की जेब कटी है #Lights