घनिष्ठ संबंधों में,अंतरंग क्षणों में,कहने को तो, मेरा तेरा नहीं,पर सरहदों के लिए मारामारी है, डरते हैं सब, कहीं घुसपैठ है, कहीं सेंधमारी है, इसलिए कमजोर सरहदों पर सख्त पहरेदारी है। भूल जाते हैं,सबका स्वाभिमान,सबकी सीमायें हैं, ताक-झाँक की अपनी मर्यादा,नीतियाँ हमारी हैं। कहीं घुसपैठ,कहीं सेंधमारी है, कमजोर सरहदों पर सख्त पहरेदारी है। ताक-झाँक की अपनी नीति औ मर्यादा है, व्यक्तिगत संबंधों में कुछ सीमायें हमारी हैं। #yqdidi#relation#intervention#limitation#hindi poetry