गर्व है तुम्हारी शहादत पर,आंसू नहीं बहाएंगे, तुम थे अकेले,दुश्मन हजार, निडर साहसी न मानी हार, मार झपट्टा गिरा दिया दुश्मन को, किया ऐसा वार,दुश्मन पहुंचा यम के द्वार, तिरंगे में लिपट कर वीर आ रहा,पहन फूलों का हार, नमन तुझे भारत करता है,सहस्त्रों,बार, कर्नल आशुतोष को नमन,