#5LinePoetry पल्लव की डायरी फ़टे हाल दिनों का दर्द सहलाना पड़ रहा है बीबी बच्चों के सामने दुखड़ा रोना पड़ रहा है गायब है बाजारों से कमाई के साधन सरकारों के फरमानो से आम आदमी को भूख से लड़ना पड़ रहा है प्रवीण जैन पल्लव ©Praveen Jain "पल्लव" #5LinePoetry गायब है बाजारों से कमाई के साधन #5LinePoetry