ये उदासी का घेरा तुम्हारे चेहरे पर तुम्हारी मुस्करहटों को प्रतिबंधित कर सकता है क्या इस घेरे को तोड़ देना तुम्हारे आधिपत्य मे नहीं है,? आखिर कौनसी उधेड़बुन तुम्हे उदासी का घेरा वृहद करने क़े लिए विवश कररही है l मुझे कितनी पीड़ा हो रही है ये देख कर. क़ि मेरी मुस्कराहट और खिलखिलाहट भीतुम्हे संक्रमित नहीं कर पा रही जबकि तुम्हे जरूरत है इस वक़्त एक खुला हुआ अवसाद हीन. अट्हास ताकि तुम अपने . चेहरे को जीवंतता दे सको ©Parasram Arora उदासी का घेरा........