मैं लापरवाह बहुत हूँ इस सितमगर जमाने से, मुझे अक्सर लोग धोखा दे जाते हैं किसी ना किसी बहाने से, अब तो मैं भी आदत से मजबूर हो गया हूँ, पीछे नहीं हटता किसी को आजमाने से, ये काम भी किसी सेवा से कम थोडी है, अगर किसी को सुकून मिलता हो मुझे सताने से, 🙏🙏🙏 Ombir kajal sewa