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"प्रकृति ने इंसां को जितना भी, दिया जीने के लिए क

"प्रकृति ने इंसां को जितना भी, दिया जीने के लिए 
काफी था, पर हालत -ए -सूरत ऐसी है की, इंसा
की भूख उसकी हवस बन गयी"
जरा जीकर देखो एक बार प्रकृति की गोद में
माँ सा परम स्नेह प्राप्त होगा
और ये अहसास जिंदगी भर हमें समझ दार इंसा होंने का
दर्जा देगा...

©पथिक
  #WinterLove