हर पल, हर वक़्त, सिर्फ तुमपर नजम लिखूंगा उम्र के हर पड़ाव पर सिर्फ तुमपर अपनी गजल कहूँगा। जब चाँदनी होगी बालों में ,जब गढ़े होंगे गालो में तब भी तुमपर शायरी और शेर लिखूंगा सिर्फ तुमपर अपनी गज़ल कहूँगा। जब शरीर मे सिर्फ नपी तुली सी हरकत होंगे छोटे बच्चे दादी अम्मा कहते होंगे, तब भी सारे अल्फाज तुमपर ही खर्च करूँगा सिर्फ तुमपर अपनी गजल कहूँगा। जब आंखों पर मोटा चश्मा होगा मेरा हाथ पकड़ कर चलना होगा अपनी सारी बातें बस तेरे साथ करूँगा सिर्फ तुमपर अपनी गजल कहूँगा। जब यदास्त तुम्हारी कमजोर होगी कोई समान रुख भूल जाया करोगी मैं करके शैतानी चश्मे छुपाया करूँगा सिर्फ तुमपर अपनी गज़ल कहूंगा। ये दिन महीने साल कटेंगे, मेरे गजलों के ना हाल बदलेंगे तुम्हारा साथ हर जनम में अपने साथ लिखूंगा सिर्फ तुमपर अपनी गजल कहूँगा। काँपते हाथों में हाथ डालें वक़्त से हम कुछ पूछेंगे जो तड़पा रही हो अभी तब साथ सोच कर हँसेंगे। ज़िन्दगी भर मैं ये अनमोल अहसास रखूंगा सिर्फ तुमपर अपनी गज़ल कहूँगा।।। -#PM.. #love u forever