Beautiful Moon Night थोड़ी-सी राहत, थोड़ी-सी नींद, थोड़ा-सा ख्वाब चाहिए। जी भरके जी सकूँ मैं, तेरी मुस्कान का एक गुलाब चाहिए।। जागता रहा खूब मैं तेरी चाहत में जिंदगी भर एक आस लिए। आ जाओ! अब करीब मेरे, अपनी चाहतों का एक हिसाब चाहिए।। माना कि सभी हैं यहाँ पर कहीं न कहीं अधूरे-अधूरे मेरे ही तरह। पर जो तुमने लिख रखा है मुझे वो इश्क की मुकम्मल किताब चाहिए।। पल-पल पढ़ता रहता हूँ तुम्हारी खामोशियों को, ये तुम जान लो। मुझे तो तुम्हारी मुहब्बत का अब एक हसीन-सा जवाब चाहिए।। गीतों और गजलों की तुकबंदियों से मन भरता नहीं है अभिषेक का अब। ख्याल हैं जवाँ-जवाँ, बस आज की शाम संग तेरा लाजवाब चाहिए।। -✍️ अभिषेक यादव ©Abhishek Yadav #beautifulmoon