शाम-ए-बनारस #शाम_बनारस आते जाते लम्हों के बीच... सुकून ढूंढना और सुकून का मिल जाना बड़ी मुश्किल बात होती है.... घर से बाहर निकलो तो वही प्रदूषण.... गाड़ियों के हार्न के साथ माथे पर सिकन और घूंघन भरी जिंदगी ... इन सब के बीच कहीं सुकून है तो वह #बनारसिया घाटों पर... #घाट_परंपरा_संस्कृति